ग्वालियर : 7 अक्टूबर को 20 वर्षीय जावेद खान की लाश उसकी प्रेमिका के घर के बाहर लटकी मिली थी. शुरुआत में यह मामला सामान्य मौत माना जा रहा था, लेकिन अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच ने पूरी कहानी बदल दी है. पुलिस के अनुसार जावेद की मौत बीमारी से नहीं बल्कि फांसी लगाने से हुई थी. पुलिस जांच में सामने आया है कि जावेद की प्रेमिका नगीना खान पहले से शादीशुदा थी और उसके चार बच्चे हैं. जावेद को जब इस बात का पता चला तो उसने शादी करने से इनकार कर दिया. इसी के बाद नगीना ने उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया और उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी देने लगी. पुलिस का कहना है कि नगीना लगातार जावेद को ब्लैकमेल और प्रताड़ित कर रही थी, जिससे वह मानसिक रूप से टूट गया और आत्महत्या का कदम उठा लिया.
घटना के समय नगीना खान ने पुलिस को बताया था कि जावेद उससे मिलने आया था और तबीयत बिगड़ने से गिर गया. उसने दावा किया था कि उसने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस बयान को झूठा साबित कर दिया. रिपोर्ट में साफ लिखा था कि जावेद की मौत हार्ट अटैक से नहीं बल्कि फांसी लगाने से हुई थी. इसके बाद पुलिस ने मामले की दिशा बदल दी और गहराई से जांच शुरू की.
जावेद के परिजनों को उसकी लाश अस्पताल में लावारिस हालत में मिली थी. परिवार ने उसी वक्त प्रेमिका नगीना खान पर हत्या का आरोप लगाया था. हालांकि अब रिपोर्ट और साक्ष्यों से साफ हो गया है कि यह आत्महत्या का मामला है. पुलिस ने नगीना खान को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जहां उसने कई अहम जानकारियां दीं. ग्वालियर पुलिस ने अब आरोपी नगीना खान के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है. थाना जनकगंज प्रभारी किरण अहिरवार ने बताया कि नगीना को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. पुलिस का कहना है कि नगीना की ब्लैकमेलिंग और धमकियों के कारण जावेद ने आत्महत्या की. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की विस्तृत जांच में जुटी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इस घटना में और कोई शामिल था या नहीं.
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