रायसेन । मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार एवं प्रधान जिला न्यायाधीष एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष अनिल कुमार सोहाने के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायसेन एवं श्रम विभाग के सहयोग व समन्वय से गुरुवार को विश्व श्रमिक दिवस के अवसर पर सीएम राईस स्कूल परिसर रायसेन में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में सुनील कुमार शौक चतुर्थ जिला न्यायाधीश ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत में श्रमिकों के हित को ध्यान में रखते हुए विभिन्न प्रकार के श्रम कानून बनाए गए हैं। इन श्रम कानूनों के अंतर्गत श्रमिकों को विभिन्न अधिकार दिए गए हैं। यदि श्रमिकों को निर्धारित न्यूनतम दर से कम मजदूरी का भुगतान किया जाता है तो वह 10 गुना मुआवजा पाने का भी हकदार है। साथ ही भारत में समान काम के लिए सामान मजदूर की व्यवस्था है। चाहे महिला हो या पुरुष, यदि नियोक्ता श्रम कानून का पालन नहीं करते हैं तो आप न्यायालय की शरण ले सकते हैं।
कार्यक्रम में हर्षिनी यादव सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायसेन द्वारा बताया गया कि किसी भी श्रमिक को बंधुआ मजदूरी व बाल श्रम के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। यह कानूनन अपराध है। इसके अतिरिक्त उन्होंने श्रमिकों को बाल श्रम निषेध अधिनियम, बंधुआ मजदूरी आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि इस जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य श्रमिकों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करना एवं संबंधित सुविधाओं का लाभ प्रदान करना है। श्रीमती हर्षिनी यादव द्वारा इस अवसर पर नालसा की असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों हेतु विधिक सेवा योजना के संबंध में भी जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में उपस्थित न्यायिक मजिस्ट्रेट संचित अस्थाना ने श्रमिकों के अधिकारों के संबंध में अवगत कराया।
मजदूर दिवस पर सॉची में श्रमिकों को किया गया जागरूक
मजदूर दिवस के अवसर पर नगरीय विकास एवं आवास विभाग के उपक्रम मध्य प्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी की भोपाल इकाई द्वारा पर्यटन नगरी सॉची में कार्यरत श्रमिकों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम में श्रमिकों को उनके अधिकारों, सुरक्षा उपायों एवं स्वास्थ्य से जुड़ी आवश्यक जानकारियाँ दी गईं। उल्लेखनीय है कि सॉची में एशियन डेवलपमेंट बैंक के सहयोग से जलप्रदाय व सीवरेज परियोजना का कार्य प्रगति पर है।
जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत श्रमिकों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों, कार्यस्थल पर सावधानी, आपदा प्रबंधन, एवं श्रम कानूनों की जानकारी दी गई। साथ ही, उन्हें हेल्थ चेकअप कैंप, पेयजल सुविधा, और स्वच्छता के बारे में भी बताया गया। इस अवसर पर परियोजना से जुड़े अन्य प्रतिनिधियों ने भी श्रमिकों से संवाद कर उनकी समस्याओं को जाना और समाधान का आश्वासन दिया। कार्यक्रम का समन्वय सामुदायिक विकास अधिकारी डॉ.अमित कुल्हार ने किया और उपयंत्री मेघना विजयवर्गीय, फील्ड इंजीनियर आकाश श्रीवास्तव व आशीष सिंह ने सहयोग किया।
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