सपोटरा के मामाचारी गांव के प्रशांत मीना और जनकपुर (डबरा) के विकास कुमार मीना का यूपीएससी-2024 में चयन हुआ है। प्रशांत के पिता धरमू मीना सिपाही हैं, जबकि विकास के पिता मोहर सिंह शिक्षक हैं। दोनों का चयन कड़ी मेहनत के बाद यूपीएससी में हुआ है। प्रशांत ने 12वीं के बाद आईआईटी खड़गपुर में सिविल ब्रांच में एडमिशन लिया, फिर सेल्फ स्टडी से परीक्षा पास की। प्रशांत मीना के पिता धरमू ने बताया कि वह 10वीं में था, तभी हादसे का शिकार हो गया। वह अपनी बहन के साथ जा रहा था और हादसे का शिकार हो गया। उसकी हालत काफी गंभीर हो गई थी। हालांकि, इस चोट को भूलकर उसने 12वीं के बाद पहले प्रयास में ही आईआईटी खड़गपुर की सिविल ब्रांच में जगह बना ली। इसके बाद सेल्फ स्टडी से यूपीएससी पास कर ली।
जनकपुर निवासी विकास के पिता हैं शिक्षक
विकास कुमार मीना जनकपुर (डबरा) के निवासी हैं। उनके पिता मोहर सिंह शिक्षक हैं। मोहर सिंह इस सफलता को बाबा खेत्रपाल के आशीर्वाद का नतीजा मानते हैं। पिता मोहर सिंह का कहना है कि बाबा खेत्रपाल का आशीर्वाद हमारे क्षेत्र और परिवार पर है, जिसके कारण आज हमारे बच्चे का चयन हुआ है। उन्होंने कहा कि बाबा के आशीर्वाद से विकास ने यूपीएससी की अंतिम परीक्षा में बड़ी सफलता हासिल की है और न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे सपोटरा क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
दोनों युवाओं की सफलता से गांव में खुशी का माहौल
दरअसल, सपोटरा क्षेत्र में विराजमान बाबा खेत्रपाल न केवल आस्था के केंद्र हैं, बल्कि पूरे क्षेत्र की संस्कृति, शक्ति और समृद्धि के प्रतीक भी हैं। दोनों युवाओं की सफलता से सपोटरा में खुशी का माहौल है। ग्रामीणों का मानना है कि बाबा खेत्रपाल के आशीर्वाद और युवाओं की मेहनत से क्षेत्र की प्रतिभाएं नई ऊंचाइयों को छू रही हैं। स्थानीय विधायक हंसराज बालोती ने भी दोनों युवाओं को बधाई दी।
You may also like
1100 करोड़ का मालिक होने के बावजूद कंगाल हैं सैफ अली खान! सरकार को दान कर चुके हैं सारी प्रोपर्टी! ⤙
Modi Government Announces ₹20 Lakh Collateral-Free Loans for Startups Under PM Mudra Yojana
कैंसर और डायबिटीज पेशेंट्स के लिए वरदान हैं गन्ने का जूस, फायदे जानकर हैरान रह जाएंगे
अरबों की दौलत लेकिन 1 पैसे का घमंड नहीं, देखें कैसे सादगी और संस्कारों वाली लाइफ जीते हैं MS धोनी ⤙
इस धर्म में मृत्यु प्राप्ति के लिए उपवास किया जाता है; क्या है असली रिवाज, विस्तार से पढ़ें