राजस्थान के अलवर जिले के गोविंदगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में बिजली गुल होने पर मोबाइल फोन की रोशनी में इलाज किए जाने का वीडियो वायरल हो रहा है। इस मामले में ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी गोविंदगढ़ ने सीएचसी प्रभारी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
संयुक्त निदेशक ने किया निरीक्षण
वीडियो में दिख रहा है कि बिजली न होने के कारण सीएचसी के इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टर टॉर्च की रोशनी में घायलों का इलाज कर रहे हैं और कंपाउंडर घायलों की पट्टी बांध रहा है। यह वीडियो 13 मई 2025 का बताया जा रहा है। इससे कुछ दिन पहले ही स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. दिनेश पारीक ने सीएचसी का निरीक्षण किया था।
सीएचसी प्रभारी का जवाब
सीएचसी गोविंदगढ़ प्रभारी ने अपने जवाब में बताया है कि क्षेत्र में अंधेरा होने के कारण जेनरेटर का तार टूट गया था, जिसके कारण बिजली जाने के बाद जेनरेटर और इनवर्टर चालू नहीं हुए। बाद में इलेक्ट्रिशियन को बुलाकर इन्हें ठीक करवाया गया।
ऐसी घटनाएं बार-बार होती रहती हैं। गौरतलब है कि अस्पतालों में बैटरी या मोबाइल की रोशनी में मरीजों का इलाज करने के वीडियो कई बार वायरल हो चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी कोई सबक नहीं लिया गया। इससे स्वास्थ्य सेवाओं की खस्ता हालत का पता चलता है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो स्वास्थ्य सेवाओं की खस्ता हालत को दर्शाता है।
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