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जब बेन स्टोक्स ने हाथ बढ़ाकर ड्रॉ का प्रस्ताव दिया, वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा ने किया मना

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Getty Images मैच ख़त्म होने से क़रीब एक घंटा पहले इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने मैच ड्रॉ करने का प्रस्ताव दिया था

भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफ़र्ड में खेला गया चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ ख़त्म हुआ.

कप्तान शुभमन गिल, केएल राहुल, रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर की जुझारू बल्लेबाज़ी की बदौलत, पहली पारी में 311 रनों से पिछड़ने के बावजूद भारतीय टीम ने यह टेस्ट ड्रॉ करा लिया.

मैच के ख़त्म होने से क़रीब एक घंटा पहले इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने पिच पर मौजूद रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर से हाथ मिलाकर मैच ड्रॉ करने का प्रस्ताव दिया.

लेकिन उस समय दोनों बल्लेबाज़ अपने-अपने शतक के क़रीब थे और उन्होंने प्रस्ताव ठुकरा दिया.

दरअसल तब रवींद्र जडेजा 89 रन और वाशिंगटन सुंदर 80 रन बना कर क्रीज़ पर डटे हुए थे और अपने-अपने शतकों की ओर बढ़ रहे थे.

तब मैच में 15 ओवर का खेल और बाकी था. यानी एक घंटे से अधिक का खेल बचा हुआ था.

स्टोक्स अपने हाथ को बढ़ाते हुए मैच को ख़त्म करने का प्रस्ताव लेकर दोनों खिलाड़ियों के पास पहुंचे. लेकिन जडेजा और सुंदर ने उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया. तब वो नाख़ुश होकर अंपायर के पास गए.

उसी दौरान इंग्लैंड के एक और खिलाड़ी की आवाज़ स्टंप्स माइक से आई "आपको कितना समय चाहिए, एक घंटा?"

फिर दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच कुछ तीखी बहस होती है. हैरी ब्रुक और जैक क्रॉली ने भी कुछ बातें कहीं पर वो क्या बोले यह स्पष्ट तौर पर सुनाई नहीं दिया.

इसके बाद स्टोक्स ने हैरी ब्रुक और जो रूट को गेंदबाज़ी पर लगाया और अंतिम कुछ मिनटों में दोनों टीमों के बीच कुछ कड़वाहट दिखी.

'हैंडशेक' विवाद पर क्या बोले गंभीर और स्टोक्स?

मैच के बाद जब टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "अगर कोई बल्लेबाज़ 90 पर और दूसरा 85 पर खेल रहा हो, तो क्या वह शतक का हक़दार नहीं है? अगर इंग्लैंड की तरफ़ से भी ऐसे ही कोई खेल रहा होता और किसी के पास अपना पहला टेस्ट शतक बनाने का मौक़ा होता तो क्या उसे ऐसा नहीं करने देते?"

वहीं बेन स्टोक्स ने मैच के बाद कहा कि भारतीय टीम ने शतक पूरा करने के लिए खेल को लंबा खींचा, जबकि वह अपने गेंदबाज़ों को और अधिक गेंदबाज़ी से बचाना चाहते थे.

उनके अनुसार जब उन्होंने हाथ मिलाने का (हैंडशेक) प्रस्ताव दिया था, तब भी मैच का नतीजा ड्रॉ ही रहने वाला था.

उस दौरान स्काई स्पोर्ट्स पर कमेंट्री कर रहे इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने बोले, "मुझे इससे (जडेजा और सुंदर के बल्लेबाजी जारी रखने) कोई समस्या नहीं थी. इंग्लैंड को इससे समस्या लग रही थी. वे थोड़े थके हुए थे, गेंदबाज़ थक गए थे इसलिए वे मैदान छोड़ना चाहते थे, लेकिन दोनों खिलाड़ियों ने 80 और 90 रन तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की और वे टेस्ट मैच में शतक बनाना चाहते थे."

वहीं भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने कहा, "मुझे लगता है कि बेन स्टोक्स अंत में एक बिगड़ैल बच्चे की तरह पेश आए. मैं देखना चाहूँगा कि अगर उनके दो बल्लेबाज़ टेस्ट शतक के क़रीब होते तो इंग्लैंड क्या करता?"

इसके बाद रवींद्र जडेजा ने अपने टेस्ट करियर का पाँचवाँ शतक पूरा किया, जबकि वॉशिंगटन सुंदर ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाया.

मैच के बाद वाशिंगटन सुंदर से इस प्रकरण पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बात टाल दी. सुंदर बोले, "मुझे लगता है कि सभी ने टीवी पर देखा कि क्या हुआ और उन सभी ने इसका आनंद लिया होगा."

अंतिम सत्र में हुए इस विवाद से अलग, पाँच दिनों तक चले इस मुक़ाबले में कई रिकॉर्ड बने और कुछ टूटे भी.

जो रूट ने टेस्ट क्रिकेट में रन बनाने के मामले में बड़ी छलांग लगाई, जबकि जसप्रीत बुमराह के नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज हो गया.

अब देखते हैं कि ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट ने क्रिकेट के रिकॉर्ड बुक पर क्या असर छोड़ा.

image BBC
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जो रूट ने तोड़े कई रिकॉर्ड

शुरुआत करते हैं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट से, जिन्होंने इस टेस्ट मैच में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए.

रूट ने 150 रनों की अपनी पारी के दौरान टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची में राहुल द्रविड़ (13288 रन), ज़ाक कैलिस (13289 रन) और रिकी पोंटिंग (13378 रन) को पीछे छोड़ते हुए पाँचवें स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँच गए.

अब टेस्ट क्रिकेट में रूट के कुल 13409 रन हैं और वह पहले नंबर पर मौजूद सचिन तेंदुलकर (15921 रन) से 2512 रन पीछे हैं.

रूट का यह टेस्ट क्रिकेट में 38वाँ शतक है. इसके साथ ही वह शतकों के मामले में कुमार संगकारा के साथ चौथे स्थान पर आ गए हैं.

टेस्ट में उनसे ज़्यादा शतक रिकी पोंटिंग (41), ज़ाक कैलिस (45) और सचिन तेंदुलकर (51) के नाम दर्ज हैं.

इतना ही नहीं, यह रूट का भारत के ख़िलाफ़ 12वाँ शतक है, जो टीम इंडिया के ख़िलाफ़ किसी भी बल्लेबाज़ का सबसे ज़्यादा शतकों का रिकॉर्ड है.

कप्तान बेन का ऑलराउंडर 'स्ट्रोक्स' image Getty Images स्टोक्स ने शतक बनाने और पांच विकेट लेना का रिकॉर्ड बनाया है

बेन स्टोक्स इंग्लैंड के चौथे ऐसे ऑलराउंडर बन गए हैं, जिन्होंने किसी टेस्ट मैच में पाँच विकेट लेने और शतक लगाने का कारनामा किया है.

ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट में स्टोक्स ने भारत की पहली पारी में पाँच और दूसरी पारी में एक विकेट लेकर कुल छह विकेट हासिल किए. बल्लेबाज़ी में उन्होंने 141 रनों की पारी खेली.

उनसे पहले इंग्लैंड के टोनी ग्रेग, इयन बॉथम और गस एटकिंसन यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं. ख़ास बात यह है कि इयन बॉथम ने अपने करियर में यह कारनामा पाँच बार किया था.

इस शतक के साथ ही स्टोक्स ने टेस्ट क्रिकेट में अपने 7000 रन पूरे कर लिए.

वह टेस्ट क्रिकेट में 7000 रन और 200 विकेट का डबल पूरा करने वाले तीसरे ऑलराउंडर बने. उनसे पहले केवल ज़ाक कैलिस और सर गारफ़ील्ड सोबर्स ही इस लिस्ट में शामिल हैं.

ब्रैंडन मैकुलम के इंग्लैंड टीम का कोच बनने के बाद अब तक 40 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं. इस दौरान यह केवल दूसरा मौक़ा है, जब कोई मैच ड्रॉ पर ख़त्म हुआ.

इससे पहले 2023 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ बारिश से बाधित एक टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था.

ओल्ड ट्रैफ़र्ड पर पहले गेंदबाज़ी और जीत का रिकॉर्ड नहीं

ओल्ड ट्रैफ़र्ड के आंकड़ों के मुताबिक़, टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनने वाली टीम यहाँ कभी जीत हासिल नहीं कर पाई है.

इस मैच में भी यही हुआ. इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनी. इंग्लैंड ने रिकॉर्ड 669 रन बनाए, लेकिन टीम जीत हासिल नहीं कर सकी.

इस मैदान पर पहले गेंदबाज़ी करने वाली टीमों को अब तक 12 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है, जबकि यह 9वाँ मैच था जो ड्रॉ रहा.

भारतीय टीम के लिए भी ओल्ड ट्रैफ़र्ड पर जीत का इंतज़ार जारी है.

यहाँ भारत ने अब तक 10 टेस्ट मैच खेले हैं. यह किसी विदेशी मैदान पर भारत की तरफ़ से खेले गए सबसे ज़्यादा टेस्ट मैच हैं, लेकिन टीम को यहां एक भी जीत नहीं मिली है.

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लगातार 350+ स्कोर का नया रिकॉर्ड image Getty Images चौथे टेस्ट मैच में जडेजा और सुंदर ने शतक जड़ा

ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट की दूसरी पारी में भारत ने 425 रन बनाए. इसके साथ ही इस टेस्ट सिरीज़ में भारतीय टीम ने कुल सात बार 350 से अधिक का स्कोर बनाया.

यह किसी एक टेस्ट सिरीज़ में किसी भी टीम का सबसे ज़्यादा 350+ स्कोर बनाने का नया रिकॉर्ड है.

इस उपलब्धि के साथ भारत ने ऑस्ट्रेलिया का पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. ऑस्ट्रेलिया ने 1920–21, 1948 और 1989 की एशेज सिरीज़ में छह बार 350+ का स्कोर बनाया था.

शुभमन गिल ने की कई रिकॉर्ड्स की बराबरी

शुभमन गिल ने इस सिरीज़ में चौथा शतक जमाया. इसी के साथ ही उन्होंने सुनील गावसकर और विराट कोहली के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली.

किसी एक टेस्ट सिरीज़ में सबसे ज़्यादा चार शतक अब संयुक्त रूप से गिल, गावसकर और कोहली के नाम दर्ज हैं.

गावसकर ने 1971 और 1978-79 में वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ चार-चार शतक बनाए थे, जबकि कोहली ने 2014-15 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऐसा किया था.

गिल ने ये चारों शतक बतौर कप्तान लगाए हैं. एक कप्तान के तौर पर किसी एक सिरीज़ में चार शतक का रिकॉर्ड पहले डॉन ब्रैडमैन और सुनील गावसकर के पास था.

ब्रैडमैन ने 1947-48 में और गावसकर ने 1978-79 में यह उपलब्धि हासिल की थी. गिल ने इस रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है.

इतना ही नहीं गिल, ब्रैडमैन (1930) के बाद पहले ऐसे बल्लेबाज़ बने हैं जिन्होंने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ इंग्लैंड में खेली गई किसी टेस्ट सिरीज़ में चार शतक लगाए हैं.

इस सिरीज़ में गिल अब तक 722 रन बना चुके हैं. भारत की ओर से एक सिरीज़ में उनसे ज़्यादा रन सिर्फ़ गावसकर ने बनाए हैं. गावसकर ने वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ 1970 में 774 जबकि 1978-79 में 732 रन बनाए थे.

image Getty Images शुभमन गिल और केएल राहुल ने अपने नाम किए अलग-अलग रिकॉर्ड ये रिकॉर्ड भी बने

केएल राहुल ने बतौर ओपनर इस सिरीज़ में अब तक 511 रन बना लिए हैं. वह ऐसे दूसरे ओपनर हैं जिन्होंने इंग्लैंड में 500 से अधिक रन बनाए हैं. उनसे अधिक रन केवल गावसकर ने 1979 के दौरे पर बनाए थे. तब गावसकर ने 542 रन बनाए थे.

भारत की ओर से ओल्ड ट्रैफ़र्ड टेस्ट की दूसरी पारी में कप्तान शुभमन गिल (103 रन), ऑलराउंडर्स रवींद्र जडेजा (107 रन) और वॉशिंगटन सुंदर (101 रन) ने शतक जमाए. यह पहला मौक़ा है जब भारत की ओर से तीन बल्लेबाज़ों ने किसी टेस्ट मैच की दूसरी पारी में शतक जमाने का कारनामा किया.

इंग्लैंड की पहली पारी में दुनिया के नंबर-1 गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने 112 रन दिए. यह पहली बार है जब जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट मैचों की एक पारी में 100 से अधिक रन दिए हैं. इससे पहले 2024 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मेलबर्न टेस्ट में 99 रन देकर चार विकेट लिए थे.

बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित

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