भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच शनिवार दोपहर राजस्थान के जैसलमेर, पोखरण और फलोदी क्षेत्रों में विस्फोट की रिपोर्ट आई। इन विस्फोटों का संदेह ड्रोन गतिविधि से जुड़ा हुआ है, जिससे सीमा क्षेत्रों में असामान्य हलचल की पुष्टि हुई है। विस्फोटों की आवाज़ें निरंतर सुनाई दीं, जिससे स्थानीय निवासियों और सुरक्षा बलों में चिंता का माहौल है, और सुरक्षा के लिहाज से क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया है।
संदिग्ध ड्रोन गतिविधि और विस्फोट
स्थानीय अधिकारियों ने विस्फोटों की पुष्टि की और पोखरण क्षेत्र के पास दूर-दूर तक धमाके जारी रहने की रिपोर्ट दी। अधिकारियों का मानना है कि ये विस्फोट ड्रोन गतिविधि से जुड़े हो सकते हैं, जो क्षेत्र में देखी गई है और यह सीमा पार हमले का संदेह पैदा कर रही है। विस्फोटों की पूरी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है, लेकिन अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। सुरक्षा बलों को पूरे क्षेत्र में तैनात किया गया है और जनता से अपील की जा रही है कि वे अगले आदेश तक घरों में रहें। इसने राजस्थान के सीमा क्षेत्रों में पहले से ही बढ़ी हुई सुरक्षा स्थिति को और अधिक बढ़ा दिया है, खासकर जब पिछले रात ड्रोन गतिविधि की रिपोर्ट आई थी।
सरकार ने रेड अलर्ट जारी किया और बाजार बंद किए
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन ने सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। बाड़मेर में जिला अधिकारियों ने आपातकालीन आदेश जारी कर सभी बाजारों को बंद करने और सार्वजनिक आवाजाही पर रोक लगाने का निर्देश दिया। सभी निवासियों को तुरंत अपने घरों में लौटने के लिए कहा गया, और अधिकारियों ने इन आदेशों को सख्ती से लागू करने की हिदायत दी। जिला कलेक्टर टीना दाबी ने स्थिति की तात्कालिकता पर जोर दिया और सभी सार्वजनिक स्थानों को तुरंत बंद करने का आदेश दिया।
वहीं, जैसलमेर में भी इसी तरह की कार्रवाई की गई। बाजारों को बंद किया गया और जनता से अपील की गई कि वे सार्वजनिक स्थानों पर न जाएं। पुलिस अधिकारियों ने लगातार निवासियों से आग्रह किया कि वे सुरक्षा कारणों से सार्वजनिक स्थानों पर एकत्रित न हों। ये सभी एहतियाती कदम नागरिकों के जीवन को बचाने के उद्देश्य से उठाए गए हैं ताकि स्थिति में और बढ़ोतरी होने पर कोई बड़ा नुकसान न हो।
पिछले ड्रोन हमलों के बाद सुरक्षा कदम
इससे पहले शुक्रवार रात को बाड़मेर क्षेत्र में पाकिस्तान द्वारा ड्रोन हमले किए गए थे, जिसमें दर्जनों ड्रोन ने भारतीय वायु सीमा में घुसने की कोशिश की। रात 9 बजे से लेकर सुबह 5:15 बजे तक ये ड्रोन भारतीय वायुक्षेत्र में घुसने की कोशिश करते रहे। हालांकि, भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने सभी ड्रोन को मध्य हवा में ही नष्ट कर दिया। ये हमले बाड़मेर शहर के 7-8 किलोमीटर के दायरे में हुए थे, और शनिवार सुबह के शुरुआती घंटों में आखिरी हमला नष्ट कर दिया गया था। इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर और चिंता बढ़ा दी है।
हवाई अड्डों पर उच्च अलर्ट और सुरक्षा उपाय
बढ़ते तनाव के बीच, सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए 30 से अधिक हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया है। प्रभावित हवाई अड्डों में अमृतसर, पठानकोट, श्रीनगर, जम्मू, चंडीगढ़, लेह, शिमला, कांगड़ा, भुंतर, गग्गल, बठिंडा, हलवारा, उदमपुर, अवंतिपोरा, आदमपुर, अंबाला, सिरसा, सूरतगढ़, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, फलोदी, नाल, जयपुर, हिंडन, आगरा, ग्वालियर, इलाहाबाद, गोरखपुर, बरेली, बनारस आदि शामिल हैं। इन हवाई अड्डों का बंद किया जाना स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है और सरकार की तैयारियों को भी स्पष्ट करता है।
The post appeared first on .
You may also like
पुरुषों को देती है सबसे अधिक धोखा इस उम्र की महिलाएं, सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा, जानकर नहीं होगा यकीन ˠ
बिच्छू के काटते ही कर लीजिये ये काम, जहर हो जाएगा खत्म, बच जाएगी जान ˠ
सिर्फ 15 दिनों में समाप्त हो जाएगी पुरानी से पुरानी कब्ज, लेकिन इस घरेलू नुस्खे का करना होगा इस्तेमाल ˠ
बॉलीवुड की बदनसीब एक्ट्रेस, 3 सुपरस्टार्स से चक्कर के बाद भी नहीं हो सकी शादी, बिन शादी बनी दो बेटियों की मां⌄ “ > ≁
चावल खाने के ये नुकसान जानकर आप भी रह जायेंगे हैरान ˠ