भारत और अमेरिका प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (Trade Agreement) को अंतिम रूप देने के बहुत करीब हैं। दोनों पक्ष अधिकांश मुद्दों पर सहमति बना चुके हैं और अब सिर्फ समझौते की भाषा को अंतिम रूप दिया जा रहा है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा, "हम डील के मामले में बहुत करीब हैं। अब केवल कुछ छोटे अंतर ही बचे हुए हैं जिन्हें सुलझाना बाकी है।" उन्होंने यह भी बताया कि वार्ता में कोई नया मुद्दा बाधा नहीं बन रहा है। अधिकारियों के अनुसार, अमेरिका और भारत के बीच इस समझौते के पहले चरण के लिए अब तक पांच दौर की बातचीत पूरी हो चुकी है। दोनों देशों का लक्ष्य जल्द से जल्द इस समझौते को लागू करना है, जिससे व्यापार और निवेश के अवसर बढ़ सकें।
मुख्य आर्थिक सलाहकार टैरिफ विवाद को लेकर आशावादी
भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी. आनंद नगेश्वरन ने अमेरिका के साथ शुल्क विवाद सुलझाने को लेकर आशावादी हैं। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा अगले दो महीनों के भीतर हल हो जाएगा, जिससे व्हाइट हाउस द्वारा लगाए गए अतिरिक्त पेनल्टी टैरिफ को हटाया जा सकेगा। उन्होंने कोलकाता में कहा, “मेरी व्यक्तिगत उम्मीद है कि अगले दो महीनों के भीतर 25% अतिरिक्त पेनल्टी टैरिफ का समाधान हो जाएगा।”
अमेरिका के ट्रंप टैरिफ विवाद की वजहभारत द्वारा रूस से तेल खरीदने के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से अमेरिका जाने वाले माल पर 25% शुल्क और अतिरिक्त 25% पेनल्टी टैरिफ लगाया था। भारत अपनी कच्ची तेल की लगभग 34% जरूरत रूस से पूरी करता है, जबकि 10% तेल अमेरिका से आता है। ट्रंप चाहते हैं कि भारत रूस से तेल कम खरीदे और अमेरिका एवं उसके सहयोगी देशों से खरीदे।
भारत और अमेरिका की निरंतर बातचीत
अक्टूबर में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि दोनों देश बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट (BTA) पर लगातार बातचीत कर रहे हैं और नवंबर की समय सीमा तक डील पूरी होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि विभिन्न स्तरों पर बातचीत जारी है और जल्द ही आगे की जानकारी साझा की जाएगी।
ASEAN शिखर सम्मेलन में डील की घोषणा हो सकती है
पिछले महीने वाणिज्य मंत्री ने न्यूयॉर्क में व्यापार बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। बैठक के बाद भारत और अमेरिका ने पारस्परिक लाभकारी बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट (BTA) को जल्दी पूरा करने के लिए बातचीत जारी रखने का निर्णय लिया। यह डील ASEAN शिखर सम्मेलन में घोषित की जा सकती है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें वर्चुअल रूप से शामिल होंगे।
भारत के लिए अमेरिका के साथ ट्रेड एग्रीमेंट महत्वपूर्ण
अमेरिका भारतीय प्रोडक्ट्स का सबसे बड़ा आयातक है और भारत के लिए अमेरिका एक प्रमुख व्यापारिक बाजार है। फाइनेंशियल ईयर 2025 में भारत का अमेरिका को निर्यात $86.51 बिलियन रहा। CEA आनंद नगेश्वरन ने कहा, “मुझे विश्वास है कि 30 नवंबर के बाद पेनल्टी टैरिफ नहीं रहेगा।”
मुख्य आर्थिक सलाहकार टैरिफ विवाद को लेकर आशावादी
भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी. आनंद नगेश्वरन ने अमेरिका के साथ शुल्क विवाद सुलझाने को लेकर आशावादी हैं। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा अगले दो महीनों के भीतर हल हो जाएगा, जिससे व्हाइट हाउस द्वारा लगाए गए अतिरिक्त पेनल्टी टैरिफ को हटाया जा सकेगा। उन्होंने कोलकाता में कहा, “मेरी व्यक्तिगत उम्मीद है कि अगले दो महीनों के भीतर 25% अतिरिक्त पेनल्टी टैरिफ का समाधान हो जाएगा।”
अमेरिका के ट्रंप टैरिफ विवाद की वजहभारत द्वारा रूस से तेल खरीदने के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से अमेरिका जाने वाले माल पर 25% शुल्क और अतिरिक्त 25% पेनल्टी टैरिफ लगाया था। भारत अपनी कच्ची तेल की लगभग 34% जरूरत रूस से पूरी करता है, जबकि 10% तेल अमेरिका से आता है। ट्रंप चाहते हैं कि भारत रूस से तेल कम खरीदे और अमेरिका एवं उसके सहयोगी देशों से खरीदे।
भारत और अमेरिका की निरंतर बातचीत
अक्टूबर में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि दोनों देश बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट (BTA) पर लगातार बातचीत कर रहे हैं और नवंबर की समय सीमा तक डील पूरी होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि विभिन्न स्तरों पर बातचीत जारी है और जल्द ही आगे की जानकारी साझा की जाएगी।
ASEAN शिखर सम्मेलन में डील की घोषणा हो सकती है
पिछले महीने वाणिज्य मंत्री ने न्यूयॉर्क में व्यापार बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। बैठक के बाद भारत और अमेरिका ने पारस्परिक लाभकारी बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट (BTA) को जल्दी पूरा करने के लिए बातचीत जारी रखने का निर्णय लिया। यह डील ASEAN शिखर सम्मेलन में घोषित की जा सकती है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें वर्चुअल रूप से शामिल होंगे।
भारत के लिए अमेरिका के साथ ट्रेड एग्रीमेंट महत्वपूर्ण
अमेरिका भारतीय प्रोडक्ट्स का सबसे बड़ा आयातक है और भारत के लिए अमेरिका एक प्रमुख व्यापारिक बाजार है। फाइनेंशियल ईयर 2025 में भारत का अमेरिका को निर्यात $86.51 बिलियन रहा। CEA आनंद नगेश्वरन ने कहा, “मुझे विश्वास है कि 30 नवंबर के बाद पेनल्टी टैरिफ नहीं रहेगा।”
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