Next Story
Newszop

कितने तरह के होते हैं Car Insurance? आपके लिए कौन सा है बढ़िया

Send Push

अगर आपके पास अपनी कार है तो उसे चलाने के लिए सबसे जरूरी होता है इंश्योरेंस. ये न आपको केवल कानूनी पचड़ों से दूर रखता है बल्कि वाहन को किसी तरह के नुकसान होने पर उसकी भरपाई भी करता है. दुर्घटना का कारण चाहे जो भी हो, इससे वाहन को नुकसान हो सकता है, जो आपको जीवनभर याद रहता है. लेकिन क्या आप जानते हैं देश में कितने तरह के कार इंश्योरेंस होते हैं. चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं.

कितने तरह के होते हैं Car Insurance?

भारत में कार इंश्योरेंस चार तरह के होते हैं. इनमें सबसे पहले आता है थर्ड पार्टी बीमा, जो कानून अनिवार्य होता है और सड़क हादसे में किसी तीसरे कैटेगरी को नुकसान होने पर उसकी भरपाई करता है. दूसरा है कॉम्प्रिहेंसिव बीमा, जो आपकी कार और थर्ड पार्टी दोनों के नुकसान को कवर करता है. तीसरा विकल्प है पे-पर-यूज बीमा, जिसमें आप कार के इस्तेमाल के अनुसार प्रीमियम चुकाते हैं. चौथा प्रकार है ओन डैमेज बीमा, जो सिर्फ आपकी खुद की कार को हुए नुकसान को कवर करता है.

थर्ड पार्टी इंश्योरेंस

मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अनुसार, भारतीय सड़कों पर चलने वाले हर मोटर वाहन के लिए केवल थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कवर होना अनिवार्य है. थर्ड पार्टी इंश्योरेंस में, बीमाकर्ता वाहन चलाते समय बीमित व्यक्ति की किसी भी गलती के कारण किसी थर्ड पार्ट को हुई चोट और उसकी संपत्ति या वाहन को हुए नुकसान को कवर करता है. ये देश में कार बीमा की सबसे किफायती कैटेगरी में से एक है. हालांकि, इसके कवरेज का दायरा सीमित है.थर्ड-पार्टी कार बीमा, जिसने इंश्योरेंस लिया है उनके वाहन को होने वाले नुकसान या क्षति को कवर नहीं करता है.

ओन डैमेज इंश्योरेंस

इस तरह के कार बीमा में पॉलिसीधारक द्वारा वाहन की मरम्मत पर किए गए खर्च की भरपाई की जाती है. इस बीमा का प्रीमियम कई बातों पर निर्भर करता है जैसे कार की उम्र, मॉडल, इंजन की क्षमता (cc), गाड़ी मालिक का स्थान, चुने गए अतिरिक्त कवर, नो-क्लेम बोनस (NCB), कार का ईंधन प्रकार, उसमें लगे सेफ्टी फीचर्स और इंश्योर्ड डिक्लेयर वैल्यू (IDV)। IDV का मतलब होता है कार की मौजूदा बाजार कीमत और यह वो अधिकतम अमाउंट होता है जो बीमा कंपनी उस स्थिति में देती है जब आपकी कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाए या चोरी हो जाए. यही आपकी बीमा पॉलिसी की अधिकतम कवरेज सीमा होती है.

कॉम्प्रिहेंसिव कार इंश्योरेंस

कॉम्प्रिहेंसिव कार इंश्योरेंस, जैसा कि नाम से स्पष्ट है. ये बीमा न केवल आपकी कार को हुए नुकसान (ओन डैमेज) को कवर करता है, बल्कि किसी तीसरे कैटेगरी को हुए नुकसान की जिम्मेदारी (थर्ड पार्टी लायबिलिटी) को भी शामिल करता है. इसके साथ ही, इस प्लान में 15 लाख रुपए तक का पर्सनल एक्सीडेंट कवर (PAC) भी मिलता है, जो वाहन मालिक और चालक के लिए होता है.

इस बीमा का एक और बड़ा फायदा ये है कि आप अपनी जरूरत और बजट के मुताबिक इसमें अलग-अलग ऐड-ऑन कवर जोड़ सकते हैं. जैसे कि इंजन प्रोटेक्शन, जीरो डेप्रिसिएशन कवर, नो-क्लेम बोनस प्रोटेक्शन, रिटर्न टू इनवॉइस कवर आदि. इन ऐड-ऑन विकल्पों से आपकी पॉलिसी की सेफ्टी सीमा और भी व्यापक हो जाती है.

कॉम्प्रिहेंसिव बीमा में जो प्रीमियम आप देते हैं, वो दो हिस्सों में होता है एक हिस्सा थर्ड पार्टी प्रीमियम का होता है और दूसरा हिस्सा ओन डैमेज कवर के लिए लिया जाता है.

पे-पर-यूज कार इंश्योरेंस

पे-पर-यूज कार इंश्योरेंस उन लोगों के लिए एक शानदार ऑप्शन है जो अपनी कार बहुत कम चलाते हैं. इस प्लान के तहत आपको उतने ही समय के लिए प्रीमियम देना होता है, जितने समय आप वास्तव में अपनी कार का इस्तेमाल करते हैं. ये उन कार मालिकों के लिए खासतौर पर फायदेमंद होता है जो गाड़ी का इस्तेमाल केवल कभी-कभी या खास मौकों पर ही करते हैं.

Loving Newspoint? Download the app now