कारगिल, 22 अक्टूबर . लद्दाख के उपGovernor कविंदर गुप्ता ने केंद्र शासित प्रदेश के युवाओं से खेलों के प्रति जुनून विकसित करने और जीवन के सभी पहलुओं में अनुशासन अपनाने का आह्वान किया है.
उपGovernor ने ये बात अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक आयोजित होने वाले राष्ट्रीय स्कूल खेलों 2025 के लिए लद्दाख अंडर-17 बॉक्सिंग टीम को हरी झंडी दिखाने के बाद की.
उपGovernor ने इस बात पर जोर दिया कि खेल न केवल शारीरिक फिटनेस, बल्कि युवाओं के चरित्र, लचीलापन और नेतृत्व गुणों को भी आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. उन्होंने युवा एथलीटों को समर्पण, निष्ठा और जिम्मेदारी की भावना के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रोत्साहित किया और इस बात पर प्रकाश डाला कि राष्ट्रीय मंच पर लद्दाख का प्रतिनिधित्व करना एक सम्मान और क्षेत्र की प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर दोनों है.
उन्होंने आगे कहा कि खेल दृढ़ता, टीम वर्क और मानसिक शक्ति का संचार करते हैं – ये ऐसे गुण हैं जो न केवल खेल के क्षेत्र में, बल्कि जीवन में भी आवश्यक हैं.
उपGovernor ने खेल विभाग, प्रशिक्षकों और मार्गदर्शकों के प्रयासों की भी सराहना की, जो लद्दाख में युवा खेल प्रतिभाओं की पहचान करने और उन्हें निखारने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं.
उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन जमीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने के लिए मजबूत समर्थन और बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करता है कि नवोदित एथलीटों के पास उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक संसाधन और मार्गदर्शन उपलब्ध हो.
उपGovernor ने खेलों के व्यापक महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों से पढ़ाई और शारीरिक गतिविधियों के बीच संतुलन बनाने का आग्रह किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अनुशासित जीवनशैली और खेलों के प्रति जुनून युवाओं को जीवन के हर क्षेत्र में चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं.
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि लद्दाख अंडर-17 बॉक्सिंग टीम दृढ़ संकल्प के साथ प्रदर्शन करेगी और केंद्र शासित प्रदेश का नाम रोशन करेगी, जिससे अन्य युवाओं को खेलों में उत्कृष्टता हासिल करने की प्रेरणा मिलेगी.
कार्यक्रम का समापन करते हुए उन्होंने दोहराया कि छात्रों में खेल भावना और अनुशासन की संस्कृति को बढ़ावा देना एक आत्मविश्वासी, दृढ़ और आत्मनिर्भर पीढ़ी के निर्माण की कुंजी है, जो लद्दाख के विकास और प्रगति में सकारात्मक योगदान दे सके.
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एमएस/डीकेपी
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