रामपुर, 2 नवंबर . Samajwadi Party के नेता आजम खान ने एसआईआर के मुद्दे पर कहा कि संवैधानिक दायित्वों का पालन तो होना ही चाहिए, लेकिन संविधान की गरिमा भी बनी रहनी चाहिए.
सपा नेता ने कहा कि अगर संविधान के साथ छेड़छाड़ की गई, उसका अनादर किया गया, और झूठ व छल-कपट से छेड़छाड़ की गई, यहां तक कि संवैधानिक प्रक्रियाओं का भी मजाक उड़ाया गया, तो बिहार जैसी ही स्थिति पैदा होगी. लोग कुछ भी कहें, लेकिन बिहार की जनता सच्चाई जानती है, और पूरा देश भी.
राहुल गांधी ने जो पहल की है, उससे पूरे खेल से पर्दा उठ चुका है. हालांकि, इसके बाद चुनाव आयोग ने अपना रवैया थोड़ा तो बदला है, लेकिन पूरे तौर पर कब बदलेगा, इसका हमें भी इंतजार है. बिहार में एसआईआर की टाइमिंग ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए अभी डेढ़ साल का समय है, इसलिए कोई विरोध भी नहीं है. कहीं टाइमिंग का सवाल नहीं उठ रहा है, क्योंकि बिहार में चुनाव से ठीक पहले एसआईआर कराया गया तो वहां सवाल उठा. लोग सड़कों पर उतर आए. Supreme court ने भी मामले का संज्ञान लिया.
आजम खान ने कहा कि मेरी सदस्यता रद्द कर दी गई, केवल एक बार नहीं, बल्कि कई बार. यहां तक कि दो बार बिना किसी वाजिब कारण के. हालांकि, चुनाव आयोग ने मेरे खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं की, न ही हमें कोई नोटिस जारी किया. मेरे 50 साल के Political जीवन में कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई और मेरे किसी भी भाषण पर चुनाव आयोग ने कभी कोई आपत्ति नहीं जताई, लेकिन Police ने आपत्तियां जरूर उठाईं, जिसका मतलब है कि स्थानीय Police और स्थानीय अधिकारी खुद चुनाव आयोग से ज्यादा ताकतवर हो गए हैं.
इससे पहले आजम खान ने कहा कि आज तक पूरे देश में किसी ने मेरे जैसा रिकॉर्ड नहीं बनाया, एक ही क्षेत्र से 13-14 बार चुने जाने का. कुछ लोग 7-8 बार जीते होंगे, लेकिन अपना क्षेत्र बदलकर. और ऐसा नहीं है कि मेरा वोट शेयर कभी कम हुआ है. वह हमेशा बढ़ा है. आज भी, अगर मैं हाईवे पर गाड़ी रोक देता हूं तो ट्रैफिक रुक जाता है. अगर मैं बाजार जाता हूं तो जाम लग जाता है. इतना प्यार क्यों? मैं न तो अच्छा दिखता हूं, न ही मैं किसी Political परिवार से हूंं तो जरूर मैंने कुछ सही किया होगा.
सपा नेता ने कहा कि मैंने कभी धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव नहीं किया. मैंने दो कुंभ कार्यक्रम आयोजित किए हैं, एक अर्ध कुंभ और एक महाकुंभ. यह सभी जानते हैं. उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई मेरा दुश्मन है तो वह ज्यादा से ज्यादा मेरी जान ले सकता है और क्या ले सकता है? मेरे पास पैसे नहीं हैं. मेरा हेलीकॉप्टर एक बार दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, लेकिन मैं बच गया. मैंने पांच महीने तक कोविड से लड़ाई लड़ी, फिर भी मैं नहीं मरा.
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एमएस/डीकेपी
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