बिहार में विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR), मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों और चुनावी धांधली के मुद्दे पर अब जंग संसद भवन की चौखट पार कर सड़कों पर उतर आई है। विपक्षी इंडिया गठबंधन के लगभग 300 सांसद, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की अगुवाई में आज संसद से लेकर चुनाव आयोग तक पैदल मेगा मार्च करने जा रहे हैं। इस विरोध में 25 अलग-अलग दलों के सांसद शामिल होंगे।
दिल्ली पुलिस ने इस मार्च के लिए औपचारिक अनुमति से इनकार किया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि अब तक किसी सांसद या दल ने लिखित रूप में अनुमति मांगी ही नहीं। ऐसे में साफ है कि विपक्षी दल अब सड़कों पर भी टकराव की राह पर हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि अनुमति का कोई आधिकारिक आवेदन पुलिस के पास दर्ज नहीं है।
चुनाव आयोग से मुलाकात का तय समय
इस बीच, चुनाव आयोग सचिवालय ने कांग्रेस सांसद जयराम रमेश को पत्र लिखकर आज दोपहर 12 बजे बातचीत का समय दिया है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि बैठक में जगह और पार्किंग की कमी के कारण अधिकतम 30 लोगों को ही प्रवेश मिलेगा। इसी बीच, दिल्ली पुलिस ने चुनाव आयोग कार्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ाते हुए बैरिकेड्स लगा दिए हैं।
मार्ग तय: ट्रांसपोर्ट भवन होकर पहुंचेगा मार्च
राहुल गांधी और विपक्षी दलों का आरोप है कि चुनाव आयोग, सत्ताधारी भाजपा के साथ मिलकर वोट चोरी में संलिप्त है और चुनावी प्रक्रिया को भाजपा के पक्ष में मोड़ रहा है। बीते हफ्ते राहुल गांधी के आवास पर आयोजित एक डिनर मीटिंग में फैसला हुआ कि विपक्षी सांसद संसद भवन के मकर द्वार से निकलकर ट्रांसपोर्ट भवन होते हुए चुनाव आयोग के कार्यालय तक मार्च करेंगे। इस विरोध में लोकसभा और राज्यसभा—दोनों सदनों के सांसद शामिल होंगे।
मार्च से पहले रणनीतिक बैठक
आज (सोमवार, 11 अगस्त) के विरोध प्रदर्शन से पहले सुबह संसद भवन परिसर में विपक्षी नेताओं की एक अहम बैठक होगी। यह बैठक विपक्ष के नेता के कक्ष में आयोजित होगी, जहां मार्च की रूपरेखा और आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। पिछले हफ्ते की तरह, संभावना है कि सांसद संसद परिसर में भी एकजुट होकर प्रदर्शन करेंगे।
11:30 बजे होगी शुरुआत, दिग्गज नेता होंगे शामिल
करीब 11:30 बजे मार्च की शुरुआत होने की संभावना है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। मार्च के दौरान सांसद 2024 लोकसभा चुनाव में कथित "वोट चोरी" और बिहार में चल रहे SIR प्रक्रिया का खुलकर विरोध दर्ज कराएंगे।
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