Next Story
Newszop

चंदन मिश्रा हत्याकांड: CCTV फुटेज से बड़ा खुलासा, पीली टी-शर्ट वाले की भूमिका पर उठे सवाल

Send Push

पटना। बिहार की राजधानी में हुए चंदन मिश्रा हत्याकांड ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पारस हॉस्पिटल में दिनदहाड़े हुई इस वारदात ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को भी कटघरे में ला खड़ा किया है। पारस हॉस्पिटल के सीसीटीवी फुटेज में एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। फुटेज में दिख रहा है कि मुख्य शूटर तौसीफ सहित पांच बदमाश हथियार के साथ दूसरे माले के कॉरिडोर में आराम से चलते हुए चंदन के कमरे तक पहुंचते हैं। इन पांचों बदमाशों के ठीक पीछे एक पीली टी-शर्ट पहने शख्स दिखाई देता है, जो वहीं से दाईं ओर मुड़कर सीन से गायब हो जाता है।

पीली टी-शर्ट वाले की भूमिका संदिग्ध

सीसीटीवी फुटेज में यह साफ दिख रहा है कि कॉरिडोर में बदमाशों की चहलकदमी से पीली टी-शर्ट वाले शख्स को कोई फर्क नहीं पड़ता। ऐसे में उसकी भूमिका बेहद संदिग्ध प्रतीत हो रही है। वह सीन से गायब होता है और शूटर बिना किसी रुकावट के कमरा नंबर 209 की ओर बढ़ते हैं। इसके बाद वे अपने-अपने हथियार निकालकर चंदन के कमरे में दाखिल होते हैं और वारदात को अंजाम देकर आसानी से बाहर निकल जाते हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग लगातार सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर यह पीली टी-शर्ट वाला शख्स कौन है और उस समय वहां क्या कर रहा था?

पारस हॉस्पिटल पर साजिश का आरोप


चंदन मिश्रा के पिता श्रीकांत मिश्रा (उर्फ मंटू मिश्रा) ने शास्त्रीनगर थाने में पारस अस्पताल प्रशासन और जनरल सर्जन डॉ. पिंटू कुमार सिंह के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई है। इस प्राथमिकी में हत्या की साजिश का गंभीर आरोप लगाया गया है। श्रीकांत मिश्रा ने अपनी शिकायत में बताया है कि चंदन मिश्रा को 15 जुलाई 2025 को फिस्टुला और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के लिए पारस अस्पताल में भर्ती किया गया था।

उसी दिन दोपहर 1 बजे से 3 बजे के बीच डॉ. पिंटू कुमार सिंह ने उनका ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने कहा कि चंदन को 16 जुलाई को शाम 4 बजे छुट्टी दे दी जाएगी। हालांकि, बाद में डॉ. पिंटू ने डिस्चार्ज की तारीख बढ़ाकर 17 जुलाई कर दी। श्रीकांत का आरोप है कि 17 जुलाई की सुबह करीब 7:15 बजे पांच हथियारबंद अपराधियों ने अस्पताल के आईसीयू वार्ड में घुसकर चंदन की गोली मारकर हत्या कर दी।

पारस के 4 गार्डों से पूछताछ

पुलिस ने अस्पताल के 4 गार्डों को हिरासत में लिया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, अस्पताल के गार्डों की मिलीभगत के बिना इस हत्याकांड को अंजाम देना संभव नहीं था।

पैरोल पर निकला था चंदन

आपको बता दें कि बक्सर का रहने वाला 34 वर्षीय चंदन मिश्रा एक कुख्यात अपराधी था। विभिन्न थानों में उसके ऊपर कई मुकदमे दर्ज थे। हत्या के एक मामले में वह बेउर जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा था। वह 15 दिनों के पैरोल पर इलाज के लिए बाहर आया था। इसी दौरान पारस हॉस्पिटल में इलाज के दौरान गोली मारकर उसकी निर्मम हत्या कर दी गई।

चंदन को मारी गई 32 गोलियां


चंदन के शरीर से पोस्टमॉर्टम में 32 गोलियां निकली हैं। उसे मारने के लिए पांचों अपराधी पूरी तरह हथियार से लैस थे। सभी ने कमरा नंबर 209 में घुसकर ताबड़तोड़ फायरिंग की। चंदन के कंधे से लेकर पैर तक में कुल 32 गोलियां लगी थीं। उसकी हत्या करने आए बदमाश आत्मविश्वास से भरे हुए थे। कांड को अंजाम देने के बाद चार बदमाश दौड़ते हुए भागे, लेकिन मुख्य शूटर तौसीफ बादशाह कमरे से सबसे आखिरी में निकला और बेखौफ होकर फिल्मी स्टाइल में बाहर गया। इतना ही नहीं, अस्पताल के बाहर बाइक से जाते हुए ये अपराधी जश्न मनाते भी देखे गए थे।

Loving Newspoint? Download the app now