जब भी देश में टेंशन के हालात होते हैं, तो कुछ ज्ञानी लोग सरकार के नाम पर जबरदस्ती इंटरनेट पर कुछ ऐसी चीजें शेयर कर देते हैं, जिसे आम जनता भी सोच में पड़ जाती है। पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारत द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सोशल मीडिया पर कई पोस्ट वायरल हो रही है। जिसमें कुछ वीडियोज और फोटोज शामिल है।
एक तस्वीर में तो भारत सरकार के नाम पर ‘एडवाइजरी नोटिस’ (सलाहकार सूचना) तक जारी की गई है। जिसमें लोगों से सामान और रिसोर्स को स्टोर करके रखने तक की बात की गई थी। खासकर सोसायटी ग्रुप्स में लोग बिना जांच के अक्सर ऐसे मैसेज धड़ल्ले से शेयर कर देते हैं। जिसकी सच्चाई उन्हें खुद भी पता नहीं होती है। हाल ही में वायरल एक ऐसे ही व्हाट्सऐप मैसेज का PIB ने फैक्ट चेक किया है।
क्या था वायरल मैसेज?व्हाट्सएप पर वायरल मैसेज में ‘एडवाइजरी नोटिस’ के टाइटल के साथ एक जानकारी साझा की गई थी, जिसमें लिखा था कि ‘सीमा पर चल रहे तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर, हम सभी से शांत रहने, सतर्क रहने और अपनी सुरक्षा और तैयारी सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती उपाय करने की विनती करते हैं। इस पोस्ट में नीचे घर पर तैयार रखने के लिए जरूरी चीजों के बारे में बताया गया था। जिसमें 50 हजार के कैश से लेकर गाड़ी में टंकी फुल कराके तेल रखने तक की बात की गई थी। वायरल व्हाट्सएप मैसेज में लोगों को 2 महीने की दवाई से लेकर टॉर्च, माचिस और मोमबत्ती तक रखने को कहा गया था। लेकिन जैसे ही यह एडवाइजरी सरकार तक पहुंची तो PIB ने ही इसका फैक्ट चेक कर दिया।
28 अप्रैल को शेयर की जा चुकी है पोस्ट…यह फोटो पहली बार सोशल मीडिया पर वायरल नहीं है, बल्कि 28 अप्रैल को भी Instagram पर इसे @bal_krishan_rathore__ नाम के यूजर ने पोस्ट किया था। जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि भ्रामक जानकारी पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
PIB ने बताई असलियत…@PIBFactCheck ने भी इस वायरल व्हाट्सएप मैसेज की पोल पट्टी खोलते हुए इसे Fake बताया है। सरकारी हैंडल ने पोस्ट करते हुए लिखा- ऑनलाइन एक एडवाइजरी की फोटो शेयर की जा रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार ने लोगों से एहतियाती कदम उठाने और घर पर जरूरी सामान तैयार रखने का आग्रह किया है। लेकिन यह दावा #FAKE है। सरकार ने ऐसी कोई एडवाइजरी जारी नहीं की है। सावधान! विश्वसनीय जानकारी के लिए केवल आधिकारिक सरकारी स्रोतों पर ही भरोसा करें। पोस्ट के अंत में PIB ने लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए सिर्फ वेरिफाइड दावों पर ही भरोसा करने को कहा है।
X ने कर दिया था फैक्ट चेक…PIB के अलावा X प्लेटफॉर्म भी वायरल वीडियो की जांच में लगा हुआ है। @VishalMalvi_ नाम के X यूजर ने एक वीडियो शेयर करते हुए इसे पाकिस्तान का बताया था। लेकिन X ने इसके नीचे नोटिस लगाते हुए बता दिया कि यह फुटेज अक्टूबर 2024 का है और इसमें ईरानी मिसाइलों को इजरायल के नेवातिम एयर बेस को निशाना बनाते हुए दिखाया गया है।
लोगों की प्रतिक्रिया…
एक तस्वीर में तो भारत सरकार के नाम पर ‘एडवाइजरी नोटिस’ (सलाहकार सूचना) तक जारी की गई है। जिसमें लोगों से सामान और रिसोर्स को स्टोर करके रखने तक की बात की गई थी। खासकर सोसायटी ग्रुप्स में लोग बिना जांच के अक्सर ऐसे मैसेज धड़ल्ले से शेयर कर देते हैं। जिसकी सच्चाई उन्हें खुद भी पता नहीं होती है। हाल ही में वायरल एक ऐसे ही व्हाट्सऐप मैसेज का PIB ने फैक्ट चेक किया है।
क्या था वायरल मैसेज?व्हाट्सएप पर वायरल मैसेज में ‘एडवाइजरी नोटिस’ के टाइटल के साथ एक जानकारी साझा की गई थी, जिसमें लिखा था कि ‘सीमा पर चल रहे तनावपूर्ण स्थिति के मद्देनजर, हम सभी से शांत रहने, सतर्क रहने और अपनी सुरक्षा और तैयारी सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती उपाय करने की विनती करते हैं। इस पोस्ट में नीचे घर पर तैयार रखने के लिए जरूरी चीजों के बारे में बताया गया था। जिसमें 50 हजार के कैश से लेकर गाड़ी में टंकी फुल कराके तेल रखने तक की बात की गई थी। वायरल व्हाट्सएप मैसेज में लोगों को 2 महीने की दवाई से लेकर टॉर्च, माचिस और मोमबत्ती तक रखने को कहा गया था। लेकिन जैसे ही यह एडवाइजरी सरकार तक पहुंची तो PIB ने ही इसका फैक्ट चेक कर दिया।
28 अप्रैल को शेयर की जा चुकी है पोस्ट…यह फोटो पहली बार सोशल मीडिया पर वायरल नहीं है, बल्कि 28 अप्रैल को भी Instagram पर इसे @bal_krishan_rathore__ नाम के यूजर ने पोस्ट किया था। जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि भ्रामक जानकारी पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
PIB ने बताई असलियत…@PIBFactCheck ने भी इस वायरल व्हाट्सएप मैसेज की पोल पट्टी खोलते हुए इसे Fake बताया है। सरकारी हैंडल ने पोस्ट करते हुए लिखा- ऑनलाइन एक एडवाइजरी की फोटो शेयर की जा रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार ने लोगों से एहतियाती कदम उठाने और घर पर जरूरी सामान तैयार रखने का आग्रह किया है। लेकिन यह दावा #FAKE है। सरकार ने ऐसी कोई एडवाइजरी जारी नहीं की है। सावधान! विश्वसनीय जानकारी के लिए केवल आधिकारिक सरकारी स्रोतों पर ही भरोसा करें। पोस्ट के अंत में PIB ने लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए सिर्फ वेरिफाइड दावों पर ही भरोसा करने को कहा है।
X ने कर दिया था फैक्ट चेक…PIB के अलावा X प्लेटफॉर्म भी वायरल वीडियो की जांच में लगा हुआ है। @VishalMalvi_ नाम के X यूजर ने एक वीडियो शेयर करते हुए इसे पाकिस्तान का बताया था। लेकिन X ने इसके नीचे नोटिस लगाते हुए बता दिया कि यह फुटेज अक्टूबर 2024 का है और इसमें ईरानी मिसाइलों को इजरायल के नेवातिम एयर बेस को निशाना बनाते हुए दिखाया गया है।
लोगों की प्रतिक्रिया…

कमेंट सेक्शन में यूजर्स भी सोशल मीडिया पर वायरल इन दावों को मानने के बजाय इसे फेक बता दे रहे हैं। वाट्सऐप पर वायरल मैसेज को लेकर यूजर्स ने तुरंत उसे फेक बता दिया है।
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