मुजफ्फरनगर: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से देश भर में उबाल है। इस हमले के बाद भारत सरकार ने सिंधु जल समझौता स्थगित करने समेत कई कड़े फैसले लिए हैं। देश के कई नेता पाकिस्तानी के समर्थन में पैरवी कर रहे हैं। जिनको लेकर सोशल मीडिया में खूब आलोचना हो रही है। इस बीच किसान नेता एवं भारतीय किसान यूनियन अध्यक्ष नरेश टिकैत और उनके भाई राकेश टिकैत ने सिंधु जल समझौता स्थगित करने के फैसले की आलोचना की है। बयान के बाद दोनों भाई लोगों के निशाने पर आ गए हैं। वहीं, भाजपा ने दोनों भाइयों पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया है। साथ ही माफी मांगने की मांग की है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के लिए पूरे पाकिस्तान को दोषी ठहराना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में कुछ लोग आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि वहां की पूरी जनता गलत है। सिंधु जल समझौता स्थगित करने पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का पानी रोकना गलत है। किसान हिंदुस्तान का हो या पाकिस्तान हो, पानी बंद होने से उसका नुकसान होगा। नरेश टिकैत ने कहा कि हम इस निर्णय का समर्थन नहीं करते हैं, क्योंकि गलती चार से पांच लोग करें और इसका नुकसान लाखों लोग भरें, ये सही नहीं है। इसके अलावा उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सुरक्षा में चूक कैसे हुई है और आतंकी वहां कैसे आ गए। नरेश टिकैत की तरह ही उनके भाई राकेश टिकैत ने बयान दिया है। उन्होंने सिधु जल समझौता स्थगित करने को गलत बताया है। वहीं, भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने टिकैत भाइयों पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए हैं, लेकिन बीकेयू अध्यक्ष नरेश टिकैत ने उसको गलत बताया है। वह पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। उन्हें शर्म आनी चाहिए। उनके बयान की मैं निंदा करता हूं। उनको देश से माफी मांगनी चाहिए।
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