लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील विष्णु शंकर जैन ने सुप्रीम कोर्ट की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया है। दरअसल, विष्णु शंकर जैन वक्फ बोर्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट गए थे। वहां से उन्हें हाई कोर्ट जाने का आदेश दिया गया था। अब वक्फ बिल को लेकर दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में दो दिनों से सुनवाई चल रही है। साथ ही, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अंतरिम आदेश भी जारी किया है। ऐसे में विष्णु शंकर जैन सवाल उठाते दिख रहे हैं। वरिष्ठ वकील ने क्या कहा?वरिष्ठ वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि जब हमने वक्फ बोर्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, तो कोर्ट ने हमसे पूछा था कि हम सीधे सर्वोच्च न्यायालय क्यों आए? सुप्रीम कोर्ट ने हमें सुझाव दिया था कि हमें हाई कोर्ट जाना चाहिए और हमें कोई अंतरिम राहत नहीं मिली। इस प्रकार के मामलों में अलग-अलग हाई कोर्ट में 140 से ज्यादा याचिकाएं दायर की गई हैं। इसके बाद भी सुप्रीम कोर्ट का यह रुख था।विष्णु शंकर जैन ने सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब क्या मापदंड है कि कोई दूसरा पक्ष सुप्रीम कोर्ट आए और उनकी न सिर्फ सुनवाई हो बल्कि अंतरिम आदेश से जुड़ी बातें भी कही जाएं? उन्होंने कहा कि पिछले 13 सालों से हिंदू मंदिरों के अधिग्रहण से संबंधित 4 राज्यों के हिंदू बंदोबस्ती अधिनियम की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही थी। संवैधानिक पीठ के गठन की मांगसीनियर वकील ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में कहा कि ये मामले हाई कोर्ट में सुने जाने चाहिए। कोर्ट ने पूछा कि हम (सुप्रीम कोर्ट) ऐसे मामलों की सुनवाई क्यों करें? मेरा सुझाव है कि (वक्फ संशोधन अधिनियम के संबंध में) सभी मामलों को एक ही हाई कोर्ट में ले जाया जाना चाहिए। विष्णु शंकर जैन ने मांग की कि 6 महीने के भीतर मामलों की सुनवाई के लिए एक संवैधानिक पीठ का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने न्यायिक प्रक्रिया में समानता और स्पष्टता की मांग करते हुए कहा कि सभी पक्षों के लिए एक समान मानक लागू होने चाहिए।
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