जयपुर: मंगलवार का दिन राजस्थान के सरकारी दफ्तरों के लिए उस वक्त दहशत भरा हो गया, जब सीकर, पाली, टोंक, राजसमंद और दौसा के जिला कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की धमकियों से भरे ईमेल मिले। इन धमकियों ने न सिर्फ प्रशासन को हाईअलर्ट पर ला दिया है। बल्कि आम लोगों में भी खौफ का माहौल पैदा कर दिया। धमकी भरे ईमेल मिलते ही पुलिस और बम निरोधक दस्ते हरकत में आ गए। सभी कलेक्ट्रेट परिसरों को खाली करवाकर गहन तलाशी शुरू की गई है। पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया। साइबर सेल भी इन मेल्स के सॉर्स का पता लगाने में जुट गई है।प्रशासन ने इन धमकियों को गंभीरता से लेते हुए तत्काल सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए। कर्मचारियों और अधिकारियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। साथ ही परिसरों के मुख्य द्वार बंद कर दिए गए। पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद रहकर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। इन घटनाओं ने राजस्थान की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, खासकर तब जब दो दिन बाद 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राज्य दौरा प्रस्तावित है। सीकर कलेक्ट्रेट में मुख्य सचिव की बैठक पुलिस लाइन में शिफ्ट यहां सीकर जिला कलेक्ट्रेट में जब कलेक्टर की आधिकारिक ईमेल आईडी पर आरडीएक्स से परिसर को उड़ाने की धमकी भरा मेल मिला तो प्रशासन में हलचल मच गई। उल्लेखनीय है कि आज मंगलवार 20 मई को सीकर में मुख्य सचिव सुधांशु पंत की एक महत्वपूर्ण बैठक थी, जो धमकीभरे ईमेल के कारण प्रभावित हुई। जिला कलेक्ट्रेट को उड़ाने की धमकी मिलने के बाद मीटिंग को आनन-फानन में कलेक्ट्रेट से पुलिस लाइन के अन्वेषण सभागार में स्थानांतरित करना पड़ा। सीकर कलेक्टर के निजी सहायक सर्वेश माथुर ने बताया कि ईमेल सुबह 9:30 से 10:00 बजे के बीच आया था। परिसर खाली, पुलिस और डॉग स्क्वायड की तैनातीधमकी की गंभीरता को देखते हुए कलेक्ट्रेट को तुरंत खाली करवाया गया। कर्मचारी और अधिकारी बाहर खुले मैदान में इकट्ठा हुए, जबकि कोतवाली पुलिस, सीकर सीओ सिटी प्रशांत किरण और डॉग स्क्वायड की टीमें मौके पर पहुंचीं। सिविल डिफेंस की टीमें भी हर कोने की तलाशी में जुटीं। भारी पुलिस बल ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया, और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। धमकी के बाद सीकर में तो मुख्य सचिव की बैठक में बदलावउल्लेखनीय है कि मंगलवार सुबह 11 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य सचिव सुधांशु पंत की अध्यक्षता में एक अहम बैठक प्रस्तावित थी। इसमें सीकर, झुंझुनू और चूरू के कलेक्टरों सहित कई अधिकारी शामिल होने वाले थे। इस बैठक में राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं और बजट घोषणाओं पर चर्चा होनी थी। लेकिन धमकी के बाद इसे तुरंत पुलिस लाइन के अन्वेषण सभागार में शिफ्ट कर दिया गया। बैठक में कलेक्टर मुकुल शर्मा, पुलिस अधीक्षक भवन भूषण शर्मा और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। सीकर में पुलिस की सतर्कता, साइबर सेल सक्रियपुलिस अधीक्षक भवन भूषण शर्मा ने बताया कि साइबर सेल मेल के स्रोत का पता लगाने में जुटी है। उन्होंने कहा, हम किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार हैं। सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। शहर में इस घटना की खबर फैलते ही लोग चर्चा करते नजर आए, और कर्मचारियों में दहशत का माहौल रहा। प्रशासन ने अफवाहों से बचने और शांति बनाए रखने की अपील की है। इन जिलों में भी मिले धमकीभरे ईमेलसीकर के अलावा टोंक और राजसमंद कलेक्ट्रेट को दोपहर 3:30 बजे बम से उड़ाने की धमकी मिली। इसके अलावा पाली कलेक्ट्रेट में ईमेल सुबह 10 बजे आया। इसी तरह दौसा और भीलवाड़ा में भी धमकी भरा ईमेल मिला। हालांकि भीलवाड़ा में बम की धमकी से मॉक ड्रिल होने के तहत होने की सूचना मिली है। सूचना कन्फर्म होने के बाद प्रशासन ने यहां राहत की सांस ली। ये धमकी भरे ईमेल किन लोगों की ओर से भेजे गए हैं। इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां यह कोई पहला मौका नहीं है। बीते दिनों जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम को 8 दिनों में 5 बार बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है। जयपुर मेट्रो, जोधपुर रेलवे स्टेशन, नागौर, बारां और जयपुर एयरपोर्ट को भी ऐसी धमकियां मिलीं, लेकिन जांच में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। हाल ही में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी। लिहाजा इसी के चलते राजस्थान अलर्ट मोड पर हैं।
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