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मुस्लिम देशों ने दी ताबड़तोड़ मौत की सजा तो टूट गया 10 साल का रेकॉर्ड, 90 फीसदी फांसी सिर्फ तीन देश में, जानें नाम

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तेहरान/बगदाद/रियाद: दुनियाभर में मौत की सजा के मामलों में खतरनाक वृद्धि देखी गई है। मृत्युदंड पर एमनेस्टी इंटरनेशनल की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2024 में पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा लोगों को मौत की सजा सुनाई गई। मुख्य रूप से ईरान, इराक और सऊदी अरब में मौत की सजा के मामले में भारी वृद्धि हुई है। साल 2024 में दुनियाभर में 1518 लोगों को मृत्युदंड दिया गया, जो इसके पिछले साल की तुलना में 32 प्रतिशत ज्यादा है। यह 2015 में दिए गए 1634 मृत्युदंड के बाद सबसे अधिक है।मानवाधिकार संगठन ने कहा कि वास्तविक संख्या कहीं अधिक है, क्योंकि इसके आंकड़े में दुनिया के सबसे क्रूर देश चीन और उत्तर कोरिया या वियतनाम में मौत की सजा के आंकड़े शामिल नहीं हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि वे मृत्युदंड का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करते हैं। तीन देशों में 90 फीसदी से ज्यादा फांसीरिपोर्ट के अनुसार, ईरान, इराक और सऊदी अरब दुनियाभर में दी जाने वाली फांसी की सजा के 91 प्रतिशत के लिए अकेले जिम्मेदार हैं। इराक ने फांसी की सजा को 16 से चौगुना बढ़ाकर 63 कर दिया। वहीं, सऊदी अरब ने 172 से लगभग दोगुना बढ़ाकर यह संख्या 345 तक पहुंचा दी। ईरान सबसे आगे रहा और इसने साल 2024 में 972 लोगों को फांसी दी, जो 2023 की तुलना में 119 अधिक है। ईरान ने दी 30 महिलाओं को फांसीईरान में फांसी की सजा पर अमल पाने वालों में 30 महिलाएं भी शामिल थीं। यह दुनियाभर में महिलाओं की फांसी का 64 प्रतिशत है। इराक में सभी फांसी आतंकवाद के अपराधों के लिए दी गई थी, जबकि ईरान लगभग आधी फांसी नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों के लिए दी गई थी।अमेरिका में भी फांसी की सजा में वृद्धि देखी गई और कुल 25 फांसी की सजा दी गई जो 2023 की तुलना में एक अधिक थी और 2018 के बाद सबसे अधिक थी। अन्य देश जहां फांसी की सजा में वृद्धि हुई, उनमें मिस्र और यमन हैं, जहां कुल संख्या कम से कम 15 से दोगुनी होकर कम से कम 38 हो गई है। एमनेस्टी ने कहा कि 2024 में केवल 15 देशों में लोगों को फांसी दी गई, जो लगातार दूसरे वर्ष रिकॉर्ड पर सबसे कम है।
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