नई दिल्ली: खादी ग्रामोद्योग के कपड़ों और लेदर के सामान सहित दूसरी चीजों की डिजाइनिंग और मैन्युफैक्चरिंग में बड़े बदलावो पर काम हो रहा है। इसमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (AI) की भी मदद ली जाएगी। खादी एंड विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन (KVIC) के चेयरमैन मनोज कुमार ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त से पहले खादी इंडिया का अपग्रेडेड पोर्टल लॉन्च करने की तैयारी है। साथ ही, पहली बार आर्मी CSD कैंटीनों में खादी के उत्पाद बेचने के लिए करार भी होने वाला है।
AI का उपयोग
KVIC के चेयरमेन मनोज कुमार ने NBT से कहा, 'हम ग्राहको, खासतौर से युवाओं का नाता नए भारत की नई खादी से मजबूती से जोड़ने पर काम कर रहे है। AI के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल का विचार है। इससे खादी ग्रामोद्योग के कपड़ों और लेदर प्रोडक्ट्स सहित तमाम उत्पादों की डिजाइनिंग से लेकर लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन तक में बदलाव किया जा सकता है। आने वाले समय में ग्राहक की डिमांड के मुताबिक पर्सनलाइज्ड प्रोडक्ट तैयार किए जा सकते है। स्किल सेंटर्स के मॉडर्नाइजेशन में भी AI से मदद मिलेगी।'
15 अगस्त के लिए खास तैयारी
खादी इंडिया के पोर्टल (https://khadiindia.gov.in/) को अपग्रेड किया जा रहा है। कुमार ने बताया, '15 अगस्त से पहले इसे लॉन्च करने की तैयारी है। उत्पादों के प्रेजेंटेशन सहित हर तरह से यूजर एक्सपीरियंस बेहतर होगा। दिल्ली में कनॉट प्लेस के खादी भवन को भी रीडिजाइन किया जा रहा है। वहां खादी कैफे सहित कई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी।' कुमार ने बताया कि पिछले दो वर्षों में 15 अगस्त के मौके पर खादी के तिरंगे की बिक्री 4 गुना बढ़ी है और इस बार भी पूरे देश में 175 रुपये की मिनिमम कॉस्ट पर उपलब्ध कराया जाएगा।
मॉडर्न स्टोर में बेहतर होगा एक्सपीरियंस
कुमार ने बताया कि IIT दिल्ली में खोले गए मॉडर्न स्टोर की तर्ज पर दूसरा स्टोर पुणे में खोलने की योजना है। ग्रामोद्योग के 24 सहित देशभर में खादी संस्थाओं के 8000 से अधिक स्टोर्स को इसी तर्ज पर बदला जाएगा। NIFT के साथ एग्रीमेट के तहत लेटेस्ट डिजाइन, नई कलर स्कीम्स पर काम हो रहा है। जो नए स्टोर तैयार किए जा रहे है, उनमें इसकी झलक दिखेगी। फार्म टु फैशन की थीम पर बोधगया, अहमदाबाद, वाराणसी और दिल्ली सहित हर जोन में खादी एक्सपीरियंस सेंटर खोलने की योजना बनाई जा रही है।
पहली बार आर्मी सीएसडी कैंप से करार
चेयरमेन मनोज कुमार ने बताया कि आर्मी की CSD कैंटीनों के साथ खादी ग्रामोद्योग करार (MoU) करने जा रहा है। इससे खादी के उत्पाद इन कैंटीनों में उपलब्ध कराए जाएंगे। कुमार ने कहा, 'इसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। 15 अगस्त से पहले एमओयू होने की उम्मीद है। 'KVIC इससे पहले बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआरपीएफ सहित केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों से इस तरह का करार कर चुका है। कुमार ने बताया, 'BSF, ITBP सहित इन बलों को हम अपने उत्पाद दे रहे हैं। इनके जवानों की यूनिफॉर्म कई तरह की होती है। उनमें से कुछ में हमारा योगदान भी होगा। इसकी योजना भी अंतिम चरण में है। इन बलों के साथ पिछले वित्त वर्ष में करीब 12 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था।'
AI का उपयोग
KVIC के चेयरमेन मनोज कुमार ने NBT से कहा, 'हम ग्राहको, खासतौर से युवाओं का नाता नए भारत की नई खादी से मजबूती से जोड़ने पर काम कर रहे है। AI के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल का विचार है। इससे खादी ग्रामोद्योग के कपड़ों और लेदर प्रोडक्ट्स सहित तमाम उत्पादों की डिजाइनिंग से लेकर लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन तक में बदलाव किया जा सकता है। आने वाले समय में ग्राहक की डिमांड के मुताबिक पर्सनलाइज्ड प्रोडक्ट तैयार किए जा सकते है। स्किल सेंटर्स के मॉडर्नाइजेशन में भी AI से मदद मिलेगी।'
15 अगस्त के लिए खास तैयारी
खादी इंडिया के पोर्टल (https://khadiindia.gov.in/) को अपग्रेड किया जा रहा है। कुमार ने बताया, '15 अगस्त से पहले इसे लॉन्च करने की तैयारी है। उत्पादों के प्रेजेंटेशन सहित हर तरह से यूजर एक्सपीरियंस बेहतर होगा। दिल्ली में कनॉट प्लेस के खादी भवन को भी रीडिजाइन किया जा रहा है। वहां खादी कैफे सहित कई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी।' कुमार ने बताया कि पिछले दो वर्षों में 15 अगस्त के मौके पर खादी के तिरंगे की बिक्री 4 गुना बढ़ी है और इस बार भी पूरे देश में 175 रुपये की मिनिमम कॉस्ट पर उपलब्ध कराया जाएगा।
मॉडर्न स्टोर में बेहतर होगा एक्सपीरियंस
कुमार ने बताया कि IIT दिल्ली में खोले गए मॉडर्न स्टोर की तर्ज पर दूसरा स्टोर पुणे में खोलने की योजना है। ग्रामोद्योग के 24 सहित देशभर में खादी संस्थाओं के 8000 से अधिक स्टोर्स को इसी तर्ज पर बदला जाएगा। NIFT के साथ एग्रीमेट के तहत लेटेस्ट डिजाइन, नई कलर स्कीम्स पर काम हो रहा है। जो नए स्टोर तैयार किए जा रहे है, उनमें इसकी झलक दिखेगी। फार्म टु फैशन की थीम पर बोधगया, अहमदाबाद, वाराणसी और दिल्ली सहित हर जोन में खादी एक्सपीरियंस सेंटर खोलने की योजना बनाई जा रही है।
पहली बार आर्मी सीएसडी कैंप से करार
चेयरमेन मनोज कुमार ने बताया कि आर्मी की CSD कैंटीनों के साथ खादी ग्रामोद्योग करार (MoU) करने जा रहा है। इससे खादी के उत्पाद इन कैंटीनों में उपलब्ध कराए जाएंगे। कुमार ने कहा, 'इसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। 15 अगस्त से पहले एमओयू होने की उम्मीद है। 'KVIC इससे पहले बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआरपीएफ सहित केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों से इस तरह का करार कर चुका है। कुमार ने बताया, 'BSF, ITBP सहित इन बलों को हम अपने उत्पाद दे रहे हैं। इनके जवानों की यूनिफॉर्म कई तरह की होती है। उनमें से कुछ में हमारा योगदान भी होगा। इसकी योजना भी अंतिम चरण में है। इन बलों के साथ पिछले वित्त वर्ष में करीब 12 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था।'