पटना: तेजस्वी यादव की पार्टी के प्रत्याशी कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया ने दुलारचंद यादव हत्याकांड में नया खुलासा करने का दावा करते हुए सनसनीखेज बयान दिया है। मीडियाकर्मी से बातचीत में लल्लू मुखिया ने आंखों देखा हाल बताने का दावा करते हुए, उस घटना के दिन जो हुआ, उसे बयान किया है। लल्लू मुखिया ने कहा कि जिस तरह से प्रत्येक दिन रूटीन वे में प्रचार में जाते थे। कल भी वे अपने प्रचार के लिए गए थे। जन सुराज के साथ गए थे। पीयूष प्रियदर्शी के साथ चुनाव प्रचार में गए थे। बसावन चक से निकल रहे थे दुलारचंद यादव। बसावन चक से आगे निकलकर जब आगे बढ़े घोसवरी के लिए। इसी बीच में एक तरफ से अनंत सिंह का काफिला आता है। वो तिरछा करके अपना गाड़ी लगा देते हैं लोग।
'दुलारचंद की मूंछ उखाड़ दो'
लल्लू मुखिया ने अपने बयान में आगे कहा है कि जिससे दुलारचंद यादव का गाड़ी रुक जाता है। रुकने के बाद सभी लोग निकलकर पीयूष प्रियदर्शी को गाड़ी के अंदर से खींचना चाहा। उसके बाद उसकी गाड़ी के शीशे पर हमला किया। उसके बाद जब दुलारचंद यादव पर नजर पड़ा तो कहा कि इस मूछवाला को उठाओ इसका मूछ उखाड़ लेंगे। ये कांड राजवीर सिंह और कर्मवीर सिंह ने किया। ये लोग अनंत सिंह से जुड़े हुए हैं। उनका भतीजा हैं। ये लोग जो भी लगें। शायद विवेका पहलवान का अपना भतीजा है।
अनंत सिंह ने मारी गोली
कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया ने अपने सात मिनट के बयान में कहा है कि दुलारचंद यादव को खींच लिया। उसके बाद अनंत सिंह अपने गाड़ी से उतरे और पिस्टल निकालकर गोली चला दी। जो दुलारचंद यादव के पैर में लग गया। गोली लगने के बाद दुलारचंद यादव गिर गए। उसके बाद संजय सिंह और छोटन सिंह ने रॉड से मारकर उनका हाल बेहाल कर दिया। उसके बाद में प्रचार में जो लोग था वो आगे बढ़ने लगा। तब राजवीर सिंह और कर्मवीर गोली चलाना शुरू कर दिया, तो सब डर के मारे पीछे लौट गया। उसके बाद अनंत सिंह ने दुलारचंद यादव के शरीर के हिला कर देखा कि वो जिंदा है या मर गया। उसके बाद गाड़ी दुलारचंद पर चढ़ाते हुए आगे निकल गए।
घटना के बाद क्या हुआ?
लल्लू मुखिया ने आगे बताया कि उसके बाद सब लोग दुलारचंद यादव को लेकर भागा घोसवरी अस्पताल में। लेकिन वो रास्ते में दम तोड़ दिए, तब उनको पैतृक आवास पर लाया गया। अदावत ये है कि वो पिछड़ा का बेटा है। पीयूष प्रियदर्शी को दुलारचंद यादव मदद कर रहे थे। इसको लेकर अनंत सिंह को नागवार गुजरा। मेरे साथ लड़ रहा है नीचे क्लास का लोग। उसके चलते उनका हत्या कर दिया। जब सूरजभान सिंह सब कर रहे हैं, तो इनका भतीजा दुलारचंद यादव को गाड़ी के अंदर से कैसे खींच रहा है। संजय सिंह और छोटन सिंह ने रॉड से पूरा दुलारचंद यादव को मारा। मारकर हाथ पैर जख्मी कर दिया। उसके बाद जब पब्लिक इधर से दौड़ा। इसी बीच में विधायक जी यानी अनंत सिंह दुलारचंद यादव की बॉडी को हिलाकर देखते हैं कि मरा है कि जिंदा है।
अनंत विरोधी हैं लल्लू मुखिया
उसके बाद दुलारचंद यादव की बॉडी पर दो बार गाड़ी चढ़ा करके दो बार आगे पीछे करके, ये लोग निकल गए। जिसके परिवार के सदस्य को मार दिया जाएगा। परिवार का तो बुरा हाल रहेगा ही रहेगा। बाढ़ का एएसपी ललन सिंह के इशारे पर काम करता है। ललन सिंह जो कहेंगे, वो करेगा। इ आईपीएस नहीं है। अपने आप को ललन सिंह का भगिनवा मानते हैं। लल्लू मुखिया ने इस हत्याकांड की सीबीआई से जांच की मांग की है। ध्यान रहे कि कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया अनंत सिंह के विरोधी हैं। वो गाहे- बगाहे केंद्रीय मंत्री ललन सिंह पर भी हमला करते रहे हैं। इस बार लल्लू मुखिया ने दुलारचंद यादव की हत्या का आंखों देखा हाल बताकर तहलका मचा दिया है।
'दुलारचंद की मूंछ उखाड़ दो'
लल्लू मुखिया ने अपने बयान में आगे कहा है कि जिससे दुलारचंद यादव का गाड़ी रुक जाता है। रुकने के बाद सभी लोग निकलकर पीयूष प्रियदर्शी को गाड़ी के अंदर से खींचना चाहा। उसके बाद उसकी गाड़ी के शीशे पर हमला किया। उसके बाद जब दुलारचंद यादव पर नजर पड़ा तो कहा कि इस मूछवाला को उठाओ इसका मूछ उखाड़ लेंगे। ये कांड राजवीर सिंह और कर्मवीर सिंह ने किया। ये लोग अनंत सिंह से जुड़े हुए हैं। उनका भतीजा हैं। ये लोग जो भी लगें। शायद विवेका पहलवान का अपना भतीजा है।
अनंत सिंह ने मारी गोली
कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया ने अपने सात मिनट के बयान में कहा है कि दुलारचंद यादव को खींच लिया। उसके बाद अनंत सिंह अपने गाड़ी से उतरे और पिस्टल निकालकर गोली चला दी। जो दुलारचंद यादव के पैर में लग गया। गोली लगने के बाद दुलारचंद यादव गिर गए। उसके बाद संजय सिंह और छोटन सिंह ने रॉड से मारकर उनका हाल बेहाल कर दिया। उसके बाद में प्रचार में जो लोग था वो आगे बढ़ने लगा। तब राजवीर सिंह और कर्मवीर गोली चलाना शुरू कर दिया, तो सब डर के मारे पीछे लौट गया। उसके बाद अनंत सिंह ने दुलारचंद यादव के शरीर के हिला कर देखा कि वो जिंदा है या मर गया। उसके बाद गाड़ी दुलारचंद पर चढ़ाते हुए आगे निकल गए।
घटना के बाद क्या हुआ?
लल्लू मुखिया ने आगे बताया कि उसके बाद सब लोग दुलारचंद यादव को लेकर भागा घोसवरी अस्पताल में। लेकिन वो रास्ते में दम तोड़ दिए, तब उनको पैतृक आवास पर लाया गया। अदावत ये है कि वो पिछड़ा का बेटा है। पीयूष प्रियदर्शी को दुलारचंद यादव मदद कर रहे थे। इसको लेकर अनंत सिंह को नागवार गुजरा। मेरे साथ लड़ रहा है नीचे क्लास का लोग। उसके चलते उनका हत्या कर दिया। जब सूरजभान सिंह सब कर रहे हैं, तो इनका भतीजा दुलारचंद यादव को गाड़ी के अंदर से कैसे खींच रहा है। संजय सिंह और छोटन सिंह ने रॉड से पूरा दुलारचंद यादव को मारा। मारकर हाथ पैर जख्मी कर दिया। उसके बाद जब पब्लिक इधर से दौड़ा। इसी बीच में विधायक जी यानी अनंत सिंह दुलारचंद यादव की बॉडी को हिलाकर देखते हैं कि मरा है कि जिंदा है।
अनंत विरोधी हैं लल्लू मुखिया
उसके बाद दुलारचंद यादव की बॉडी पर दो बार गाड़ी चढ़ा करके दो बार आगे पीछे करके, ये लोग निकल गए। जिसके परिवार के सदस्य को मार दिया जाएगा। परिवार का तो बुरा हाल रहेगा ही रहेगा। बाढ़ का एएसपी ललन सिंह के इशारे पर काम करता है। ललन सिंह जो कहेंगे, वो करेगा। इ आईपीएस नहीं है। अपने आप को ललन सिंह का भगिनवा मानते हैं। लल्लू मुखिया ने इस हत्याकांड की सीबीआई से जांच की मांग की है। ध्यान रहे कि कर्णवीर सिंह यादव उर्फ लल्लू मुखिया अनंत सिंह के विरोधी हैं। वो गाहे- बगाहे केंद्रीय मंत्री ललन सिंह पर भी हमला करते रहे हैं। इस बार लल्लू मुखिया ने दुलारचंद यादव की हत्या का आंखों देखा हाल बताकर तहलका मचा दिया है।
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