न्यू यॉर्क टाइम्स के हवाले से (Ref) हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को क्रोनिक वेनस इनसफीशिएंसी (CVI) नामक बीमारी होने की पुष्टि हुई है। यह समस्या तब होती है जब पैरों की नसें खून को हृदय की ओर वापस भेजने में असमर्थ हो जाती हैं। डॉक्टरों के पास पैरों में सूजन की शिकायत लेकर पहुंचने के बाद उन्हें यह डायग्नोस हुआ।
CVI एक आम समस्या है जो ज्यादातर 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को प्रभावित करती है। इसमें नसों के वाल्व कमजोर हो जाते हैं, जिससे खून पैरों में जमा होने लगता है। इसके कारण पैरों में दर्द, भारीपन, सूजन और त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक खड़े रहना, मोटापा और धूम्रपान इसके प्रमुख जोखिम कारक हैं।
इस लेख में हम आपको CVI के बारे में विस्तार से बताएंगे। जानिए इसके लक्षण, कारण और वो उपाय जिन्हें अपनाकर आप इस समस्या से बच सकते हैं। साथ ही, यह भी जानेंगे कि इसका इलाज कैसे किया जाता है और किन स्थितियों में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
CVI क्या है और कैसे होता है?
CVI एक ऐसी स्थिति है जिसमें पैरों की नसें खून को दिल की ओर वापस पंप नहीं कर पातीं। नसों में मौजूद वाल्व कमजोर हो जाते हैं, जिससे खून पैरों में जमा होने लगता है। यह समस्या धीरे-धीरे बढ़ती है और अगर समय पर इलाज न किया जाए तो गंभीर रूप ले सकती है।
CVI के प्रमुख लक्षण और संकेत
CVI के सामान्य लक्षणों में पैरों में दर्द, सूजन, भारीपन और खुजली शामिल हैं। कुछ मामलों में त्वचा का रंग गहरा हो सकता है या अल्सर भी विकसित हो सकते हैं। लक्षण आमतौर पर दिन के अंत में या लंबे समय तक खड़े रहने पर बढ़ जाते हैं।
CVI के मुख्य कारण और जोखिम कारक

मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल वैशाली में ऑर्थोपेडिक्स एंड जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग के एसोसिएट डायरेक्टर डॉक्टर अखिलेश यादव के मुताबिक CVI के प्रमुख कारणों में वैरिकोज वेन्स, डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (DVT), और नसों की चोट शामिल हैं। जोखिम कारकों में उम्र बढ़ना, मोटापा, गर्भावस्था, धूम्रपान और लंबे समय तक खड़े रहना शामिल हैं। महिलाओं में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है।
CVI का निदान कैसे किया जाता है?
डॉक्टर शारीरिक जांच और मरीज के लक्षणों के आधार पर CVI का निदान करते हैं। डॉपलर अल्ट्रासाउंड सबसे आम टेस्ट है जो नसों में खून के प्रवाह को दिखाता है। कुछ मामलों में सीटी स्कैन या एमआरआई भी किया जा सकता है।
CVI के उपचार के विकल्प
CVI के उपचार में कंप्रेशन स्टॉकिंग्स, दवाएं और जीवनशैली में बदलाव शामिल हैं। गंभीर मामलों में एंडोवेनस थेरेपी या सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। नियमित व्यायाम और वजन नियंत्रण से लक्षणों को कम किया जा सकता है।
CVI से बचाव के उपाय
CVI से बचने के लिए नियमित व्यायाम करें, लंबे समय तक खड़े न रहें, और स्वस्थ वजन बनाए रखें। धूम्रपान छोड़ना और पैरों को ऊंचा रखने से भी फायदा होता है। संदिग्ध लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है । यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता । ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें । एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है ।
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