केवडिया: गुजरात के केवडिया (एकता नगर) में आयोजित राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह इस बार एक खास वजह से सुर्खियों में रहा। इस वर्ष की एकता दिवस परेड की अगुवाई किसी पुरुष अधिकारी ने नहीं, बल्कि एक   महिला आईपीएस अधिकारी  सुमन नाला ने की। अपने दृढ़ नेतृत्व, कर्तव्यनिष्ठा और प्रभावशाली व्यक्तित्व के दम पर सुमन ने साबित कर दिया कि वे किसी भी तरह से ‘सिंघम’ से कम नहीं हैं। सुमन नाला अभी गुजरात में तकनीक एवं एससीआरबी पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले वे झारखंड कैडर में थीं।   
   
   
कौन हैं सुमन नाला
सुमन नाला राजस्थान के नागौर जिले की मेड़ता सिटी की रहने वाली है। वो 2021 बैच की गुजरात कैडर की आईपीएशअधिकारी हैं। वर्तमान में वे गुजरात पुलिस में पुलिस अधीक्षक (तकनीकी एवं एससीआरबी) के पद पर तैनात हैं। इससे पहले वे बनासकांठा में सहायक पुलिस अधीक्षकके रूप में कार्यरत रहीं, जहां उन्होंने अपने कुशल नेतृत्व और संवेदनशीलता से कई अहम मामलों को सुलझाया। सुमन के पति ओमप्रकाश जाट भी 2018 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं जो फिलहाल अहमदाबाद जिला पुलिस अधीक्षक हैं।
     
   
सिंघम से कम नहीं सुमन
सुमन ने दोहरे हत्याकांड और ऑनर किलिंग जैसे जटिल मामलों की जांच का नेतृत्व किया था, जिन्हें उन्होंने तीव्रता और पेशेवर तरीके से सुलझाकर व्यापक प्रशंसा हासिल की। दांता के आदिवासी क्षेत्रों में रहते हुए उन्होंने सामुदायिक सहभागिता की एक नई मिसाल पेश की। उनके प्रयासों से आदिवासी समुदाय में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा और समाज में संवाद की नई शुरुआत हुई। उनके इस अभियान से 29 सामाजिक रूप से निर्वासित परिवारों को पुनः समाज में शामिल किया जा सका, जो उनकी संवेदनशील और मानवीय दृष्टिकोण का उदाहरण है।
     
   
बिट्स पिलानी से की कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग
सुमन की शैक्षणिक पृष्ठभूमि भी बेहद प्रेरणादायक है। वे बिट्स पिलानी से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में स्नातक हैं। तकनीकी क्षेत्र में शानदार शुरुआत करने के बाद उन्होंने ओरेकल जैसी प्रतिष्ठित कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्य किया। इसके बाद उन्होंने सरकारी सेवा में कदम रखा, जहां वे सहायक सुरक्षा आयुक्त, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के रूप में नियुक्त हुईं। इसके बाद उन्होंने भारतीय रक्षा लेखा सेवा (IDAS) में वित्तीय सलाहकार, भारतीय तटरक्षक बल के रूप में भी कार्य किया। अपने हर पद पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के बाद सुमन नाला ने सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की और आईपीएस अधिकारी बनीं।
   
  
कौन हैं सुमन नाला
सुमन नाला राजस्थान के नागौर जिले की मेड़ता सिटी की रहने वाली है। वो 2021 बैच की गुजरात कैडर की आईपीएशअधिकारी हैं। वर्तमान में वे गुजरात पुलिस में पुलिस अधीक्षक (तकनीकी एवं एससीआरबी) के पद पर तैनात हैं। इससे पहले वे बनासकांठा में सहायक पुलिस अधीक्षकके रूप में कार्यरत रहीं, जहां उन्होंने अपने कुशल नेतृत्व और संवेदनशीलता से कई अहम मामलों को सुलझाया। सुमन के पति ओमप्रकाश जाट भी 2018 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं जो फिलहाल अहमदाबाद जिला पुलिस अधीक्षक हैं।
सिंघम से कम नहीं सुमन
सुमन ने दोहरे हत्याकांड और ऑनर किलिंग जैसे जटिल मामलों की जांच का नेतृत्व किया था, जिन्हें उन्होंने तीव्रता और पेशेवर तरीके से सुलझाकर व्यापक प्रशंसा हासिल की। दांता के आदिवासी क्षेत्रों में रहते हुए उन्होंने सामुदायिक सहभागिता की एक नई मिसाल पेश की। उनके प्रयासों से आदिवासी समुदाय में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा और समाज में संवाद की नई शुरुआत हुई। उनके इस अभियान से 29 सामाजिक रूप से निर्वासित परिवारों को पुनः समाज में शामिल किया जा सका, जो उनकी संवेदनशील और मानवीय दृष्टिकोण का उदाहरण है।
बिट्स पिलानी से की कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग
सुमन की शैक्षणिक पृष्ठभूमि भी बेहद प्रेरणादायक है। वे बिट्स पिलानी से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में स्नातक हैं। तकनीकी क्षेत्र में शानदार शुरुआत करने के बाद उन्होंने ओरेकल जैसी प्रतिष्ठित कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्य किया। इसके बाद उन्होंने सरकारी सेवा में कदम रखा, जहां वे सहायक सुरक्षा आयुक्त, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के रूप में नियुक्त हुईं। इसके बाद उन्होंने भारतीय रक्षा लेखा सेवा (IDAS) में वित्तीय सलाहकार, भारतीय तटरक्षक बल के रूप में भी कार्य किया। अपने हर पद पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के बाद सुमन नाला ने सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की और आईपीएस अधिकारी बनीं।
You may also like
 - Bigg Boss 19 LIVE: प्रणित बने घर के नए कैप्टन, मालती और अमल की हुई तगड़ी लड़ाई, तान्या ने लगाई तिल्ली
 - गोमती नदी में अब गिरेगा साफ पानी! CG सिटी में निर्मित STP को लेकर आई बड़ी रिपोर्ट
 - दर्शकों के प्यार से गदगद मोनालिसा, नए प्रोजेक्ट की सफलता का मनाया जश्न
 - बिहार विधानसभा चुनाव: नदियों की 'मौत' का सिर्फ एक ही कारण नहीं है, फिर भी यह चुनावी मुद्दा नहीं है!
 - भारत 2030 तक 30 करोड़ टन क्रूड स्टील उत्पादन क्षमता हासिल करेगा : केंद्रीय मंत्री




