राम त्रिपाठी, नई दिल्ली: अब आप घर बैठे अपना सामान भारतीय डाक विभाग के जरिए पार्सल या स्पीड पोस्ट कर सकते हैं। आपको पोस्ट ऑफिस जाने की कोई जरूरत नहीं है। आपके घर, दुकान, बिजनेस सेंटर में डाक विभाग की वैन आएगी और किसी भी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क लिए बगैर उस पोस्ट को ले जाएगी।
दिल्ली सर्कल ने शुरू किया ट्रायल
दिल्ली सर्कल ने अभी इस सेवा का ट्रायल वेस्ट डिविजन में शुरू किया है। इसकी सफलता के बाद इसे पूरी दिल्ली में लागू किया जाएगा। यह सेवा सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक उपलब्ध है। 'मोबाइल पार्सल बुकिंग वैन' नामक इस सर्विस की वैन हर रोज अपने रूट पर घूमती रहती है।
पैकिंग भी करेंगे डाक विभाग के कर्मचारी
इस सर्विस की खास बात यह है कि अगर आपके पास पार्सल रिटेल, स्पीड पोस्ट करने के लिए पैकेजिंग की सामग्री गत्ता, बोर्ड या पेपर नहीं है, तो भी कोई समस्या नहीं है। वैन में सवार बुकिंग क्लर्क और उसका असिस्टेंट सामान की पैकिंग भी करेंगे। उसका जरूर कुछ शुल्क लगेगा, जो प्राइवेट कोरियर से काफी कम है।
इस प्रकार है सेवा शुल्क
यह शुल्क एक छोटे बक्से (0-1 किलोग्राम) के लिए 129.20 रुपये से लेकर एक बड़े (L7) बक्से (50 किलोग्राम तक) के लिए 401.20 रुपये तक है। पार्सल कम से कम 500 रुपये की डाक शुल्क का होना चाहिए। दिल्ली सर्कल के डायरेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए सभी कागजी कार्रवाई भी मौके पर ही बुकिंग क्लर्क पूरी कर देते हैं।
पहले भी घर से ले जाता था पार्सल लेकिन...
डाक विभाग की 'सेल्स पोर्टल' सुविधा में भी घर से पार्सल डाकिया ले जाता है। मगर वह पूरी तरह से पैक होना चाहिए। उसकी ऑनलाइन बुकिंग कराने के दौरान जो स्लिप प्रिंटर से मिलती है। वह पार्सल पर चिपकाने पड़ेगी सहित कई औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ती है। ऐसे में आपके पास कंप्यूटर, प्रिंटर की सुविधा जरूर होनी चाहिए। मगर 'मोबाइल पार्सल बुकिंग वैन' सिस्टम में आप इस झमेले से बच सकते है।
हजारों पार्सलों की बुकिंग
यह सारी औपचारिकताएं बुकिंग क्लर्क बगैर कोई शुल्क लिए पूरी कर देते हैं। डायरेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि 5 जुलाई से यह सर्विस ट्रायल पर शुरू हुई थी। अक्टूबर तक इसने करीब 70 हजार से अधिक पार्सलों की बुकिंग की है।
दिल्ली सर्कल ने शुरू किया ट्रायल
दिल्ली सर्कल ने अभी इस सेवा का ट्रायल वेस्ट डिविजन में शुरू किया है। इसकी सफलता के बाद इसे पूरी दिल्ली में लागू किया जाएगा। यह सेवा सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक उपलब्ध है। 'मोबाइल पार्सल बुकिंग वैन' नामक इस सर्विस की वैन हर रोज अपने रूट पर घूमती रहती है।
पैकिंग भी करेंगे डाक विभाग के कर्मचारी
इस सर्विस की खास बात यह है कि अगर आपके पास पार्सल रिटेल, स्पीड पोस्ट करने के लिए पैकेजिंग की सामग्री गत्ता, बोर्ड या पेपर नहीं है, तो भी कोई समस्या नहीं है। वैन में सवार बुकिंग क्लर्क और उसका असिस्टेंट सामान की पैकिंग भी करेंगे। उसका जरूर कुछ शुल्क लगेगा, जो प्राइवेट कोरियर से काफी कम है।
इस प्रकार है सेवा शुल्क
यह शुल्क एक छोटे बक्से (0-1 किलोग्राम) के लिए 129.20 रुपये से लेकर एक बड़े (L7) बक्से (50 किलोग्राम तक) के लिए 401.20 रुपये तक है। पार्सल कम से कम 500 रुपये की डाक शुल्क का होना चाहिए। दिल्ली सर्कल के डायरेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए सभी कागजी कार्रवाई भी मौके पर ही बुकिंग क्लर्क पूरी कर देते हैं।
पहले भी घर से ले जाता था पार्सल लेकिन...
डाक विभाग की 'सेल्स पोर्टल' सुविधा में भी घर से पार्सल डाकिया ले जाता है। मगर वह पूरी तरह से पैक होना चाहिए। उसकी ऑनलाइन बुकिंग कराने के दौरान जो स्लिप प्रिंटर से मिलती है। वह पार्सल पर चिपकाने पड़ेगी सहित कई औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ती है। ऐसे में आपके पास कंप्यूटर, प्रिंटर की सुविधा जरूर होनी चाहिए। मगर 'मोबाइल पार्सल बुकिंग वैन' सिस्टम में आप इस झमेले से बच सकते है।
हजारों पार्सलों की बुकिंग
यह सारी औपचारिकताएं बुकिंग क्लर्क बगैर कोई शुल्क लिए पूरी कर देते हैं। डायरेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि 5 जुलाई से यह सर्विस ट्रायल पर शुरू हुई थी। अक्टूबर तक इसने करीब 70 हजार से अधिक पार्सलों की बुकिंग की है।
You may also like

चीन, बांग्लादेश, पाकिस्तान को एकसाथ बड़ा झटका...भारत ताबड़तोड़ कुछ भयंकर करने वाला है

'क्रिकेट के भगवान' ने 'दीवार' के साथ बनाया ऐसा रिकॉर्ड, जिसे रोहित-कोहली भी नहीं तोड़ सके

सुल्तान अजलान शाह कप : भारतीय पुरुष हॉकी टीम की घोषणा, संजय संभालेंगे कमान

तेरा करियर बिगाड़ दूंगा... अमिताभ बच्चन ने जब शंकर महादेवन को दी धमकी, 'कजरा रे' से जुड़ा 20 साल पुराना किस्सा

सामंथा रुथ प्रभु और राज निदिमोरु के रिश्ते की चर्चा तेज़




