इस्लामाबाद: पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ जरदारी ने भारत के साथ संघर्ष के दौरान लड़ने वाले अपने सेना, नौसेना और वायु सेना के अधिकारियों और सैनिकों को सम्मानित किया है। इन सम्मानों में 8 सितारा-ए-जुर्रत, 5 तमगा-ए-जुर्रत, 24 सितारा-ए-बसालत, 45 तमगा-ए-बसालत, 146 इम्तियाजी असनाद, 259 सीओएएस प्रशस्ति पत्र और 1 तमगा-ए-इम्तियाज (सैन्य) शामिल हैं। इसमें दिलचस्प बात यह है कि 138 सैनिकों को मरणोपरांत ये सम्मान दिया गया है, जिससे पता चलता है कि कितनी बड़ी तादाद में भारत के हमले में पाक सैनिक मरे थे।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कार्रवाई के लिए 138 पाकिस्तानी सैनिकों को मरणोपरांत पदक मिले हैं। इससे पता चलता है कि ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को किस स्तर पर नुकसान हुआ है। इससे ये भी पता चलता है कि क्यों पाकिस्तानी फौज ने सीजफायर के लिए गुहार लगाई। पाकिस्तान खुद अगर करीब 150 सैनिकों की मौत मान रहा है तो निश्चित ही ये संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है।
पाकिस्तान का पकड़ा गया झूठभारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के बाद 7 मई को पाकिस्तान के पंजाब और पीओके में आतंकी ढांचों को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। भारतीय कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की। ऐसे में दोनों देशों के बीच चार दिन तक संघर्ष चलता रहा। भारत के मिसाइल हमलों के बाद पाकिस्तान ने 10 मई को संघर्ष समाप्त करने के लिए गुहार लगाई, जिसे भारत ने मान लिया।
भारत के साथ संघर्ष खत्म होने के बाद पाकिस्तान ने लगातार अपनी जीत का दावा किया और अपने फौजियों की मौतों को छुपाने की कोशिश की। हालांकि उसका झूठ अब खुद ही पकड़ा गया, जब उसने अपने स्वतंत्रता दिवस (14 अगस्त) पर सैनिकों को सम्मानित किया। इस दौरान जो लिस्ट सामने आई, उससे साफ है कि पाकिस्तान के कम से कम 150 सैनिकों की जान गई होगी क्योंकि 138 को उसने खुद मरणोपरांत मेडल दिया है।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कार्रवाई के लिए 138 पाकिस्तानी सैनिकों को मरणोपरांत पदक मिले हैं। इससे पता चलता है कि ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को किस स्तर पर नुकसान हुआ है। इससे ये भी पता चलता है कि क्यों पाकिस्तानी फौज ने सीजफायर के लिए गुहार लगाई। पाकिस्तान खुद अगर करीब 150 सैनिकों की मौत मान रहा है तो निश्चित ही ये संख्या कहीं ज्यादा हो सकती है।
पाकिस्तान का पकड़ा गया झूठभारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के बाद 7 मई को पाकिस्तान के पंजाब और पीओके में आतंकी ढांचों को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। भारतीय कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की। ऐसे में दोनों देशों के बीच चार दिन तक संघर्ष चलता रहा। भारत के मिसाइल हमलों के बाद पाकिस्तान ने 10 मई को संघर्ष समाप्त करने के लिए गुहार लगाई, जिसे भारत ने मान लिया।
भारत के साथ संघर्ष खत्म होने के बाद पाकिस्तान ने लगातार अपनी जीत का दावा किया और अपने फौजियों की मौतों को छुपाने की कोशिश की। हालांकि उसका झूठ अब खुद ही पकड़ा गया, जब उसने अपने स्वतंत्रता दिवस (14 अगस्त) पर सैनिकों को सम्मानित किया। इस दौरान जो लिस्ट सामने आई, उससे साफ है कि पाकिस्तान के कम से कम 150 सैनिकों की जान गई होगी क्योंकि 138 को उसने खुद मरणोपरांत मेडल दिया है।
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