नवी मुंबई: डीवाई पाटिल स्टेडियम में महिला विश्व कप फाइनल पूरी तरह शेफाली वर्मा शो बनता दिख रहा है। टीम इंडिया को पहले 78 गेंद में 87 रन की जोरदार पारी खेलकर 7 विकेट पर 298 रन के स्कोर तक पहुंचाया। इसके बाद जब सारी भारतीय गेंदबाज हताश दिख रही थीं, तो टीम इंडिया को खिताब से दूर कर रहीं कप्तान लौरा वाल्वार्डट का डटकर साथ दे रही सुने ल्यूस को अपनी ही गेंद पर कैच पकड़कर पवेलियन लौटा दिया। इसके साथ ही अफ्रीकी टीम के लिए तीसरे विकेट पर 52 रन जोड़ चुकी साझेदारी टूट गई है। इसके बाद अगले ओवर में शेफाली ने दूसरा वार करते हुए अगली बल्लेबाज को भी आउट कर दिया है। इससे टीम इंडिया को वापसी करने का मौका मिल गया है। अफ्रीकी टीम 22.2 ओवर में 4 विकेट पर 123 रन बना चुकी है और उसे अब 27.3 ओवर में जीत के लिए 176 रन की जरूरत है।
स्पिन के झांसे में फंस गई ल्यूसभारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने शेफाली वर्मा को उस समय गेंदबाजी पर लगाया, जब अफ्रीकी कप्तान वाल्वार्डट और ल्यूस के बीच साझेदारी बाकी गेंदबाज तोड़ने में नाकाम रहीं। अपनी दूसरी ही गेंद पर शेफाली ने स्पिन से ल्यूस को चकमा दिया। पिच पर पड़ने के बाद बल्लेबाज की तरफ धीमी गति से गई गेंद पर ल्यूस शॉट कंट्रोल नहीं कर सकी और गेंद सीधे शेफाली के हाथों में थम गई। इसी के साथ भारत को अहम ब्रेकथ्रू मिल गया।
लगातार दूसरे ओवर में चमका मैजिकल हैंडशेफाली का मैजिकल हैंड गेंद से लगातार दूसरे ओवर में भी चमका, जब वे पारी का 22वां ओवर लेकर आईं। इस बार उनका मारिजेन कैप्पे बनीं, जिन्हें शेफाली ने अपनी स्पिन पर गच्चा दिया। गेंद ने मारिजेन के बल्ले का किनारा लिया और सीधे विकेटकीपर ऋचा घोष के ग्लव्स में घर बना लिया। इसके साथ ही शेफाली ने लगातार दो ओवर में अफ्रीका को दो बड़े झटके देकर भारतीय टीम की मैच में वापसी करा दी है।
बल्लेबाजी में बनाया सबसे युवा फिफ्टी प्लस ओपनर का रिकॉर्ड21 साल 278 दिन की शेफाली ने बल्लेबाजी करते समय विश्व कप फाइनल में सबसे कम उम्र में फिफ्टी लगाने वाली ओपनिंग बल्लेबाज बनने का रिकॉर्ड बनाया है। साथ ही उनका 87 रन का स्कोर भारत के लिए महिला और पुरुष क्रिकेट में विश्व कप फाइनल में किसी ओपनर का सबसे बड़ा स्कोर भी है। उन्होंने वीरेंद्र सहवाग का विश्व कप 2003 का 82 रन का रिकॉर्ड तोड़ा है।
स्पिन के झांसे में फंस गई ल्यूसभारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने शेफाली वर्मा को उस समय गेंदबाजी पर लगाया, जब अफ्रीकी कप्तान वाल्वार्डट और ल्यूस के बीच साझेदारी बाकी गेंदबाज तोड़ने में नाकाम रहीं। अपनी दूसरी ही गेंद पर शेफाली ने स्पिन से ल्यूस को चकमा दिया। पिच पर पड़ने के बाद बल्लेबाज की तरफ धीमी गति से गई गेंद पर ल्यूस शॉट कंट्रोल नहीं कर सकी और गेंद सीधे शेफाली के हाथों में थम गई। इसी के साथ भारत को अहम ब्रेकथ्रू मिल गया।
लगातार दूसरे ओवर में चमका मैजिकल हैंडशेफाली का मैजिकल हैंड गेंद से लगातार दूसरे ओवर में भी चमका, जब वे पारी का 22वां ओवर लेकर आईं। इस बार उनका मारिजेन कैप्पे बनीं, जिन्हें शेफाली ने अपनी स्पिन पर गच्चा दिया। गेंद ने मारिजेन के बल्ले का किनारा लिया और सीधे विकेटकीपर ऋचा घोष के ग्लव्स में घर बना लिया। इसके साथ ही शेफाली ने लगातार दो ओवर में अफ्रीका को दो बड़े झटके देकर भारतीय टीम की मैच में वापसी करा दी है।
बल्लेबाजी में बनाया सबसे युवा फिफ्टी प्लस ओपनर का रिकॉर्ड21 साल 278 दिन की शेफाली ने बल्लेबाजी करते समय विश्व कप फाइनल में सबसे कम उम्र में फिफ्टी लगाने वाली ओपनिंग बल्लेबाज बनने का रिकॉर्ड बनाया है। साथ ही उनका 87 रन का स्कोर भारत के लिए महिला और पुरुष क्रिकेट में विश्व कप फाइनल में किसी ओपनर का सबसे बड़ा स्कोर भी है। उन्होंने वीरेंद्र सहवाग का विश्व कप 2003 का 82 रन का रिकॉर्ड तोड़ा है।
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