नई दिल्ली: आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 में भारतीय महिला टीम को इंग्लैंड के खिलाफ एक बेहद रोमांचक मुकाबले में 4 रनों की करीबी हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही टूर्नामेंट में टीम इंडिया को लगातार तीसरी हार झेलनी पड़ी, जिससे सेमीफाइनल की राह अब काफी मुश्किल हो गई है। इंग्लैंड द्वारा दिए गए 289 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम आखिरी ओवर तक लड़ी, लेकिन अंततः 284 रन ही बना सकी। हालांकि, इस रोमांचक मुकाबले में टीम इंडिया की हार का सबसे बड़ा कारण कोई और नहीं, बल्कि स्टार सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना का महत्वपूर्ण विकेट था।
मंधाना का शतक और भारत जीत से चूका
मैच में जब टीम इंडिया को 289 रनों का बड़ा टारगेट मिला, तो सभी को लग रहा था कि यह लक्ष्य मुश्किल होगा। लेकिन, सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने अपने दम पर मोर्चा संभाला और मैदान के हर कोने में शानदार शॉट लगाते हुए एक दमदार पारी खेली। मंधाना की यह पारी ने टीम इंडिया को जीत की रेस में बनाए रखा। जब तक मंधाना क्रीज पर थीं, भारतीय पारी पूरी तरह से नियंत्रण में थी और जीत की उम्मीदें जिंदा थीं।
कप्तान हरमनप्रीत ने भी माना- यही था टर्निंग पॉइंट
मैच के बाद, भारतीय टीम की सीनियर खिलाड़ी हरमनप्रीत कौर ने भी इस बात की पुष्टि की कि स्मृति मंधाना का विकेट ही मैच का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट था। हार से निराश हरमनप्रीत ने साफ तौर पर कहा 'स्मृति का विकेट हमारे लिए टर्निंग पॉइंट था। पता नहीं कैसे चीजें उलट गईं। जब स्मृति और मैं बल्लेबाजी कर रहे थे, तब चीजें नियंत्रण में थीं। दुर्भाग्य से आज हम इसे हासिल नहीं कर पाए।'
हार के बाद मुश्किल हुई सेमीफाइनल की राह
स्मृति मंधाना के आउट होते ही भारतीय टीम का मध्यक्रम लड़खड़ा गया और टीम जीत की दहलीज को पार नहीं कर पाई। मंधाना के शतक पर पानी फिर गया और टीम इंडिया को लगातार तीसरी हार मिली। हालांकि हरमनप्रीत ने कहा कि टीम अच्छा क्रिकेट खेल रही है और हार नहीं मान रही है, लेकिन अब उन्हें हर हाल में 'जीत की सीमा पार' करनी होगी। आगामी मुकाबले भारतीय टीम के लिए करो या मरो जैसे होंगे।
मंधाना का शतक और भारत जीत से चूका
मैच में जब टीम इंडिया को 289 रनों का बड़ा टारगेट मिला, तो सभी को लग रहा था कि यह लक्ष्य मुश्किल होगा। लेकिन, सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने अपने दम पर मोर्चा संभाला और मैदान के हर कोने में शानदार शॉट लगाते हुए एक दमदार पारी खेली। मंधाना की यह पारी ने टीम इंडिया को जीत की रेस में बनाए रखा। जब तक मंधाना क्रीज पर थीं, भारतीय पारी पूरी तरह से नियंत्रण में थी और जीत की उम्मीदें जिंदा थीं।
कप्तान हरमनप्रीत ने भी माना- यही था टर्निंग पॉइंट
मैच के बाद, भारतीय टीम की सीनियर खिलाड़ी हरमनप्रीत कौर ने भी इस बात की पुष्टि की कि स्मृति मंधाना का विकेट ही मैच का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट था। हार से निराश हरमनप्रीत ने साफ तौर पर कहा 'स्मृति का विकेट हमारे लिए टर्निंग पॉइंट था। पता नहीं कैसे चीजें उलट गईं। जब स्मृति और मैं बल्लेबाजी कर रहे थे, तब चीजें नियंत्रण में थीं। दुर्भाग्य से आज हम इसे हासिल नहीं कर पाए।'
हार के बाद मुश्किल हुई सेमीफाइनल की राह
स्मृति मंधाना के आउट होते ही भारतीय टीम का मध्यक्रम लड़खड़ा गया और टीम जीत की दहलीज को पार नहीं कर पाई। मंधाना के शतक पर पानी फिर गया और टीम इंडिया को लगातार तीसरी हार मिली। हालांकि हरमनप्रीत ने कहा कि टीम अच्छा क्रिकेट खेल रही है और हार नहीं मान रही है, लेकिन अब उन्हें हर हाल में 'जीत की सीमा पार' करनी होगी। आगामी मुकाबले भारतीय टीम के लिए करो या मरो जैसे होंगे।
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