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blood sugar : ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए अपनाएं ये आदतें, कभी नहीं आएगी डायबिटीज की समस्या

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अस्वास्थ्यकर जीवनशैली, आहार में निरंतर परिवर्तन, जंक फूड का अत्यधिक सेवन, काम का बढ़ता तनाव, पानी की कमी, शारीरिक गतिविधि की कमी आदि कई चीजें दैनिक स्वास्थ्य पर तत्काल प्रभाव डालती हैं। इससे मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल या उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। मधुमेह रोग होने पर पूरे शरीर के कामकाज में कई बाधाएं उत्पन्न हो जाती हैं। रक्त शर्करा का बढ़ना शरीर के लिए खतरनाक है। इसके अलावा, उच्च रक्त शर्करा को नजरअंदाज करने से शरीर के अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए मधुमेह का पता चलते ही डॉक्टर से परामर्श लेकर तुरंत उचित दवा लेनी चाहिए। इससे मधुमेह नियंत्रण में रहता है और कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं होती।

शरीर में बढ़ी हुई शुगर को नियंत्रण में रखने के लिए गोलियां या दवा लेने की बजाय आहार में बदलाव, नियमित व्यायाम और तनाव कम करने से शरीर में बढ़ी हुई शुगर को नियंत्रण में रखने में मदद मिल सकती है। इसलिए आज हम आपको मधुमेह को नियंत्रण में रखने के लिए जिन आदतों का पालन करना आवश्यक है, उनके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं। ये आदतें मधुमेह को नियंत्रण में रखने में मदद करती हैं। इसके अलावा शरीर में कई बदलाव देखने को मिलेंगे।

भोजन के बाद शुगर की जांच करें:

भोजन ग्रहण करने के बाद यह ग्लूकोज़ में परिवर्तित हो जाता है। जिसके कारण शरीर में ग्लूकोज बढ़ने से रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। इसलिए भोजन के तुरंत बाद रक्त शर्करा की जांच करने से तुरंत पता चल सकता है कि मधुमेह बढ़ा है या नहीं। इसके अलावा भोजन से 30 मिनट पहले या भोजन के 2 घंटे बाद रक्त शर्करा के स्तर की जांच करानी चाहिए। इससे तुरंत पता चल जाता है कि शरीर में मधुमेह का स्तर बढ़ा है या नहीं। मधुमेह होने पर शरीर में दिखने वाले लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और डॉक्टर की सलाह के अनुसार उचित दवा लेनी चाहिए। इससे शरीर के अन्य अंगों को कोई नुकसान पहुंचाए बिना रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। दैनिक आहार और समय पर इंसुलिन का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखता है।

 

व्यायाम:

कई लोग अपनी व्यस्त जीवनशैली के कारण अक्सर व्यायाम की उपेक्षा करते हैं। सुबह उठने के बाद नियमित व्यायाम करने से शरीर को कई लाभ होते हैं। इसके अलावा अगर ध्यान, प्राणायाम या शारीरिक गतिविधि पर जोर दिया जाए तो शरीर किसी भी गंभीर बीमारी से ग्रस्त नहीं होगा। नियमित व्यायाम रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने में मदद करता है। लेकिन अत्यधिक व्यायाम से हाइपोग्लाइसीमिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

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