(गुरुग्राम समाचार) गुरुग्राम। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने रविवार को एक जन जागरूकता अभियान का आयोजन किया। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी रमेश चंद्र ने बताया कि इस वर्ष की थीम युवाओं को तंबाकू उद्योग के प्रभाव से बचाना है, जो यह दर्शाता है कि युवा पीढ़ी को तंबाकू के प्रचार और लत से सुरक्षित रखना कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि तंबाकू हर साल 80 लाख से अधिक लोगों की जान ले लेता है और यह हृदय रोग, कैंसर और श्वसन संबंधी बीमारियों का मुख्य कारण बन गया है।
इस अवसर पर, जिला न्यायालय परिसर में जागरूकता शिविर आयोजित किए गए, जहां आम जनता, विशेषकर युवाओं को तंबाकू के विभिन्न रूपों जैसे सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, खैनी और ई-सिगरेट से दूर रहने के लिए प्रेरित किया गया। रमेश चंद्र ने कहा कि तंबाकू उद्योग विशेष रूप से युवाओं को लक्षित कर रहा है, जिससे समाज को सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ और तंबाकू-मुक्त जीवनशैली ही बेहतर भविष्य की नींव है।
उन्होंने सरकारों और सामाजिक संगठनों से अपील की कि वे कठोर नीतियों को लागू करें, जनशिक्षा अभियानों को बढ़ावा दें और नशामुक्ति कार्यक्रमों को सशक्त करें। उन्होंने यह भी कहा कि जनभागीदारी से ही तंबाकू के खिलाफ प्रभावी लड़ाई संभव है। सभी को मिलकर भावी पीढ़ियों को सुरक्षित रखने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
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