इंटरनेट डेस्क। TMC सांसद और पूर्व भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान ने सोमवार को उस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से अपना नाम वापस ले लिया जो ऑपरेशन सिंदूर पर भारत के रुख को दुनिया भर में फैलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय राजधानियों का दौरा करेगा। तृणमूल अब तक प्रतिनिधिमंडल से अपने सांसद को वापस लेने वाली एकमात्र पार्टी है। टीएमसी के दो नेताओं के अनुसार, पार्टी ने इस बात पर आपत्ति जताई है कि सरकार ने पार्टी से परामर्श किए बिना सीधे टीएमसी सांसद को मनोनीत कर दिया। बता दें कि पठान बहरामपुर से पहली बार सांसद हैं, जहां उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के दिग्गज अधीर रंजन चौधरी को हराया।
TMC के प्रतिनिधि पर कैसे फैसला कर सकती है...सोमवार को कोलकाता एयरपोर्ट पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार TMC के प्रतिनिधि पर कैसे फैसला कर सकती है। उन्हें विपक्ष के साथ चर्चा करके तय करना चाहिए था कि कौन सी पार्टी किस प्रतिनिधि को भेजेगी? भाजपा कैसे तय कर सकती है कि तृणमूल किस प्रतिनिधि को भेजेगी? तृणमूल बैठक का बहिष्कार नहीं कर रही है? तृणमूल एकमात्र पार्टी है जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले का राजनीतिकरण नहीं किया है।
मुद्दे के महत्व को देखते हुए कांग्रेस ने दी अनुमतिशनिवार रात को रिजिजू द्वारा जारी की गई अंतिम सूची में गोगोई, हुसैन या बरार का नाम नहीं था। इसके बजाय, पूर्व केंद्रीय मंत्री थरूर, मनीष तिवारी और सलमान खुर्शीद, और फतेहगढ़ के सांसद अमर सिंह– जिन्हें पार्टी ने नामित नहीं किया था का नाम था। हालांकि, कांग्रेस नेतृत्व ने इस मुद्दे के महत्व को देखते हुए अपने नेताओं को प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने की अनुमति दी।
PC : Cricketaddictor