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लड़की की खूबसूरती पर फिदा होकर 500 लोगों ने भेजा Valentine Day प्रपोजल, पर सच्चाई जानते ही उड़ गए होश

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सोशल मीडिया के इस दौर में हम हर दिन ऐसी खबरों से रूबरू होते हैं जो कल्पना से भी परे होती हैं। लेकिन हाल ही में एक ऐसी खबर सामने आई जिसने इंटरनेट की सीमाओं को ही धुंधला कर दिया। बात हो रही है AI इन्फ्लुएंसर आइका किटी की, जिसकी खूबसूरती के दीवाने हजारों लोग हो गए हैं और जिसे वैलेंटाइन डे पर एक ही दिन में 500 से ज्यादा प्रपोजल्स मिले। कोई पेरिस ट्रिप ऑफर कर रहा है तो कोई लंदन के लग्ज़री रेस्टोरेंट में कैंडललाइट डिनर की बात कर रहा है। लेकिन जब लोगों को आइका की असलियत पता चली, तो उन्होंने अपना सिर पकड़ लिया।

कौन है आइका किटी?

आइका किटी कोई असली इंसान नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनी एक वर्चुअल इन्फ्लुएंसर है। यह डिजिटल पर्सनैलिटी इतनी परफेक्ट और आकर्षक लगती है कि पहली नजर में कोई भी धोखा खा सकता है। आइका के फॉलोअर्स की संख्या हजारों में है, और उसका सोशल मीडिया प्रोफाइल एक असली मॉडल या अभिनेत्री से कम नहीं लगता।

आइका को Fanvue नाम की एक AI कंपनी ने तैयार किया है। कंपनी के मुताबिक, आइका के पीछे एक पूरी टीम काम करती है जो उसकी गतिविधियों, पोस्ट्स और यूज़र इंटरैक्शन को संभालती है।

AI इन्फ्लुएंसर की कमाई और दीवानगी

आइका सिर्फ खूबसूरत नहीं, बल्कि कमाई के मामले में भी बेहद सफल है। Fanvue ने खुलासा किया है कि वह हर दिन लगभग 5 लाख रुपये की कमाई कर रही है। वह अपने प्रशंसकों को चैट सर्विस देती है और डिजिटल इंटरेक्शन के जरिए उनसे जुड़ी रहती है।

सोशल मीडिया पर कई दिलफेंक आशिकों ने आइका को लंदन के फाइव स्टार रेस्टोरेंट में डिनर, दुबई ट्रिप, लुई वुइटन शॉपिंग और प्राइवेट जेट से सफर जैसे प्रस्ताव भेजे हैं। लेकिन वे इस बात से बेखबर थे कि उनकी पसंदीदा "लड़की" दरअसल एक AI इमेज है, जिसे कंप्यूटर द्वारा डिज़ाइन किया गया है।

वैलेंटाइन डे बना सबसे खास दिन

14 फरवरी को Fanvue टीम ने आइका के लिए 18 घंटे के अनवरत काम की तैयारी की थी। टीम के अनुसार, यह वैलेंटाइन डे आइका के लिए सबसे "खुशकिस्मत दिन" रहा। उसे दुनिया के हर कोने से प्रेम प्रस्ताव मिले। एक कंपनी के बनाए वर्चुअल कैरेक्टर को मिलने वाली इतनी लोकप्रियता और प्यार ने यह साबित कर दिया कि इंसानों की भावनाएं अब डिजिटल अवतारों से भी जुड़ने लगी हैं।

जब असलियत सामने आई

लेकिन जब लोगों को ये एहसास हुआ कि आइका कोई इंसान नहीं बल्कि एक AI इन्फ्लुएंसर है, तो नेटिजन्स की भावनाएं आहत हो गईं। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपने गुस्से का इज़हार किया। कुछ ने खुद को "बेवकूफ बना हुआ" महसूस किया तो कुछ ने मजाक में कहा, "अब रोबोट्स भी हमसे बेहतर डेटिंग लाइफ जी रहे हैं।"

क्या कहता है ये ट्रेंड हमारी मानसिकता के बारे में?

आइका की कहानी डिजिटल युग में बढ़ते अकेलेपन और भावनात्मक रिक्तता को बयां करती है। लोग सोशल मीडिया पर परफेक्ट दिखने वाले चेहरों और प्रोफाइल्स की तरफ आकर्षित होते जा रहे हैं। उन्हें यह एहसास तक नहीं होता कि वे एक आर्टिफिशियल इमेजिनेशन के जाल में उलझते जा रहे हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि AI इन्फ्लुएंसर्स की लोकप्रियता, खासतौर पर वैलेंटाइन जैसे मौके पर, यह दर्शाती है कि आज की पीढ़ी वास्तविक संबंधों की तुलना में आभासी जुड़ाव को कहीं ज्यादा तरजीह देने लगी है।

क्या AI इन्फ्लुएंसर का ये चलन खतरनाक है?

AI इन्फ्लुएंसर एक ओर जहां टेक्नोलॉजी की सफलता को दर्शाता है, वहीं दूसरी ओर यह भावनात्मक धोखे और आभासी आकर्षण की समस्या को भी उजागर करता है। अगर कोई व्यक्ति किसी डिजिटल इमेज से इतना जुड़ जाए कि वह असल रिश्तों को नजरअंदाज करने लगे, तो यह समाज के लिए खतरे की घंटी है।

निष्कर्ष: जब दिल हार गया एक परछाईं से

आइका किटी की कहानी एक ऐसे युग का प्रतीक है, जहां प्यार, रिश्ते और जुड़ाव भी वर्चुअल हो चुके हैं। यह हमारे समय की एक ऐसी हकीकत है, जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।

AI इन्फ्लुएंसर्स की दुनिया ने यह साबित कर दिया है कि भविष्य में हमारे रिश्तों की परिभाषा और संरचना पूरी तरह बदल सकती है। लेकिन इस बदलाव में भावनाओं की प्रामाणिकता, इंसानी स्पर्श और सच्चे रिश्तों की अहमियत को भूलना कहीं न कहीं हमारे समाज के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।

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