जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से बीजेपी नेताओं पर हमला बोला है। उन्होंने बिहार के कुछ नेताओं द्वारा उन पर उठाए गए वित्तीय सवालों को लेकर तीखा जवाब दिया।
प्रशांत किशोर का बयानप्रशांत किशोर ने कहा कि कुछ साथियों ने उनसे सवाल किया कि बीजेपी के कुछ छुटभैया नेताओं ने कहा है कि पीके के पास पैसा कहां से आता है। उन्होंने आगे कहा कि सवाल पूछने वाले नेताओं की मानसिकता पर नजर डालें तो यह स्पष्ट होता है कि बिहार के चोर नेताओं को सब चोर ही नजर आते हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके पास जो भी संसाधन हैं, वह कानून और पारदर्शिता के तहत हैं और किसी प्रकार की अनियमितता नहीं है। उनके अनुसार, इस तरह के आरोप केवल राजनीतिक हत्याकांड और विरोधी छवि बनाने का एक तरीका हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाप्रशांत किशोर का यह बयान बीजेपी के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। विपक्ष और राजनीतिक विश्लेषक इसे चुनावी माहौल में तापमान बढ़ाने वाला कदम मान रहे हैं। उनका कहना है कि इस बयान से जन सुराज पार्टी की स्थिति और स्पष्ट हुई कि पार्टी साफ छवि और पारदर्शिता पर जोर देती है।
सोशल मीडिया और जनता की प्रतिक्रियाप्रशांत किशोर के बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी बहस तेज हो गई है। उनके समर्थक इसे सत्य और साहसिक प्रतिक्रिया मान रहे हैं, जबकि आलोचक इसे राजनीतिक मोड़ और बयानबाजी के रूप में देख रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह विषय टॉप ट्रेंड बन गया है और जनता इसमें अपने विचार व्यक्त कर रही है।
चुनावी परिप्रेक्ष्यविशेषज्ञों का कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दृष्टिकोण से यह बयान राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है। प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी किसी प्रकार की अनियमितता या वित्तीय अस्थिरता में नहीं है और विपक्ष के आरोपों का जवाब स्पष्ट रूप से दिया गया है।
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