इंदौर, 30 मई . मध्य प्रदेश में पिछले एक साल के दौरान लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के 300 वीं जन्म जयंती वर्ष को संपूर्ण देश में उल्लास एवं उत्साह से मनाया गया. पुण्यश्लोका लोकमाता देवी अहिल्याबाई के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से सारा देश परिचित हो, इस उद्देश्य से अखिल भारतीय स्तर पर ‘लोकमाता अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी समारोह समिति’ का गठन किया गया था.
इस संबंध में कार्याध्यक्ष उदयसिंह राजे होलकर एवं राष्ट्रीय सचिव डॉ. माला सिंह ठाकुर ने संयुक्त रूप से बताया कि पद्मविभूषण सोनल मानसिंह तथा पद्मभूषण सुमित्रा महाजन ने इस समिति के संरक्षक के रूप में अपनी सहमति प्रदान की थी . समिति की अध्यक्ष प्रख्यात शिक्षाविद् चंद्रकला पाड़ीया तथा कार्याध्यक्ष होल्कर राजवंश के उदयसिंह राजे होलकर के मार्गदर्शन में वर्षभर लोकमाता के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए . समिति में देशभर के प्रख्यात कलाकार, शिक्षाविद्, साहित्यकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता सम्मिलित हुए हैं. समिति के द्वारा वर्ष भर में अनेक कार्यशालाएँ, सेमिनार तथा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. भारत की सभी प्रमुख भाषाओँ में लोकमाता के साहित्य का प्रकाशन हुआ . लोकमाता के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के साथ तीर्थ स्थलों के चित्रों सहित एक कॉफ़ी टेबल बुक का भी प्रकाशन किया गया . ललितकलाओं जैसे संगीत, नाटक, चित्रकला आदि के माध्यम से देवी अहिल्याबाई के जीवन को जन जन तक पहुंचाया गया.
ये आयोजन देश के प्रमुख महानगरों एवं विश्वविद्यालयों में संपन्न किये गए. उल्लेखनीय है कि देवी अहिल्याबाई ने देश भर के 100 से अधिक तीर्थस्थानों पर धर्मशालायें, बावड़ी, अन्न क्षेत्र आदि के निर्माण करवाए थे, उन स्थानों पर भी विशेष आयोजन हुए . उन्होंने बताया कि पुण्यश्लोक लोकमाता देवी अहिल्याबाई के जीवन वृत्त के असंख्य पहलु हैं. त्रिशताब्दी समारोह समिति ने जिन बिंदुओं पर ध्यान केन्द्रित किया, उनमें उनका कुशल प्रशासक, अखिल भारतीय दृष्टि, महिला सशक्तिकरण जैसे विषय प्रमुख रहे.
इसके साथ ही इन्होंने बताया कि यह वर्ष (31 मई 2024 से 31 मई 2025) लोकमाता अहिल्याबाई होलकर जी के जन्मजयंती का त्रिशताब्दी वर्ष के रूप में मनाया गया. इस निमित्त अखिल भारतीय स्तर पर लोकमाता अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी समारोह समिति का गठन गत वर्ष हुआ. इस समिति में विभिन्न क्षेत्रों से संबंध रखने वाले देश के प्रतिष्ठित कलाकार, खिलाड़ी, प्राध्यापक, उद्यमी, सेना के सेवानिवृत अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी आदि है. वर्तमान में इस समिति के माध्यम से पूरे देश में विभिन्न स्थानों पर इस निमित्त विविध आयोजन चलते रहे . मातोश्री के प्रेरणादाई जीवन के विभिन्न आयामों पर बड़ी संख्या के व्याख्यान, विश्विद्यालयों में शोध पत्रों के लेखन के साथ वृहद स्तर पर कार्यशालाएं, साथ ही विविध आयामों के वृहद सम्मेलन जिसमें युवा उद्यमी सम्मेलन, नेतृत्वकर्ता सम्मेलन, संत सम्मेलन, प्रबुद्ध मातृशक्ति सम्मेलन प्रमुख हैं.
कार्याध्यक्ष उदयसिंह राजे होलकर एवं राष्ट्रीय सचिव डॉ. माला सिंह ठाकुर ने यह भी बताया कि देश भर में चल रहे त्रिशताब्दि के समारोह के समापन के अवसर पर 31 मई 2025, को सायं 5:30 बजे इंदौर में शहर की प्रबुद्ध एवं समाज का नेतृत्व करने वाली चयनित पांच हजार मातृशक्ति के एकत्रीकरण में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी मुख्य अतिथि के रूप में एवं प्रख्यात लोक गायिका पद्मभूषण मालिनी अवस्थी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहेंगी.
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/ डॉ. मयंक चतुर्वेदी
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