गुना, 02 नवंबर (Udaipur Kiran) . Madhya Pradesh के गुना जिले में sunday को एक मरीज को ले जा रहे एम्बुलेंस का टायर पंचर हो गया. एम्बुलेंस में स्टेपनी तक नहीं थी. इसी कारण मरीज को ले जाने में देरी हो गई और मरीज ने दम तोड़ दिया. क्षेत्र के विधायक ने इस मामले में जिम्मेवारों पर कार्रवाई की मांग की है.
जानकारी के अनुसार, म्याना के रहने वाले जगदीश ओझा (70) को sunday दोपहर सांस लेने में परेशानी हुई. उनका ब्लड प्रेशर भी बढ़ गया था. परिजनों ने उन्हें म्याना स्वास्थ्य केंद्र में दिखाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया. सूचना मिलने पर एम्बुलेंस पहुंची और उन्हें लेकर गुना के लिए रवाना हुई, लेकिन रास्ते में ही भदौरा के पास उसका टायर पंचर हो गया. एम्बुलेंस चालक टायर सुधारने के लिए उतरा, लेकिन एम्बुलेंस में स्टेपनी ही नहीं थी. इसी कारण एम्बुलेंस लगभग 45 मिनट रोड पर ही खड़ी रही. इलाज के अभाव ने मरीज जगदीश ओझा की मौत हो गई. हालांकि इस दौरान दूसरी एम्बुलेंस को सूचना दी गई. वह उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
घटना की जानकारी मिलते ही बमौरी विधायक ऋषि अग्रवाल और गुना तहसीलदार गोरीशंकर बेरवा जिला अस्पताल पहुंचे. उन्होंने मामले की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया. बमौरी विधायक अग्रवाल ने बताया कि यह कोई पहली बार नहीं है. कई बार 108 एम्बुलेंस में ऑक्सीजन, स्ट्रेचर या जरूरी सुविधाएं तक नहीं होतीं. ऐसी लापरवाही से आम लोगों की जान पर बन आती है. उन्होंने मांग की है कि 108 सेवा की नियमित जांच और मॉनिटरिंग की जाए, ताकि आगे किसी की जान इस तरह की लापरवाही में न जाए.
इस मामले में तहसीलदार गौरीशंकर बैरवा ने बताया कि म्याना के जगदीश प्रसाद ओझा की तबीयत खराब हुई थी. उन्हें एम्बुलेंस से गुना लाया जा रहा था. इसी दौरान एम्बुलेंस खराब हो गई. कलेक्टर ने इस मामले में जांच दल गठित किया है. उसमें जो भी सामने आएगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
मप्र में 108 एम्बुलेंस सेवा के सीनियर मैनेजर तरुण सिंह ने बताया कि हमारी प्राथमिकता होती है कि हम सभी मरीजों को पूरी प्रतिबद्धता और निष्ठा के साथ एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराएं. इस मामले में भी हमारी एम्बुलेंस का मरीज को लेने पहुंच गई थी परंतु अस्पताल आते समय अचानक रास्ते में टायर फट गया था. स्टाफ ने तुरंत दूसरी एम्बुलेंस की व्यवस्था करी और मरीज को अस्पताल पहुंचाया. हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और मामले की गंभीरता को समझते हुए हमने सभी संबंधित स्टाफ पर कार्रवाई की है और उनको ड्यूटी से हटा दिया गया है.
(Udaipur Kiran) तोमर
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