मथुरा, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । श्रावण मास में प्रसिद्ध ठाकुर द्वारकाधीश मंदिर में मंगलवार देर सांय से घटाओं का आयोजन प्रारंभ हुआ। त्रयोदशी तिथि पर ठाकुर द्वारकाधीश जी केसरी घटा में विराजमान हुए। मंदिर परिसर को भव्य और आकर्षक रूप में केसरी रंग से सजाया गया। विभिन्न पुष्पों से मंदिर प्रांगण की सजावट की गई। वैसे तो श्रावण मास में सोने-चांदी के हिण्डोले में ठाकुरजी विराजमान होकर दर्शन देते ही लेकिन बीती रात केसरी घटा के बीच ठाकुरजी ने दर्शन दिए। भक्तों का सिलसिला देर रात तक उमड़ता रहा।
मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी एडवोकेट ने बताया कि मंदिर में सभी कार्यक्रम तिथि, घड़ी और नक्षत्र के अनुसार निर्धारित किए जाते हैं। श्रावण मास की शुरुआत से ही मंदिर में हिंडोले के आयोजन चल रहे हैं। इस दौरान ठाकुर जी अलग-अलग प्रकार के हिंडोलों में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। पूरे सावन महीने होंगे विभिन्न कार्यक्रम पूरे सावन मास में एक दिन घटा और दूसरे दिन हिंडोले का आयोजन होता रहेगा। केसरी घटा के अवसर पर मंदिर प्रांगण की छत अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर रही है। दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी के दर्शन कर पुण्य लाभ प्राप्त किया। मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन की धुन पर भक्तगण नृत्य करते नजर आए।
सावन महीने में बढ़ जाती हैं श्रद्धालुओं की संख्या
वैसे तो ठाकुर श्री द्वारकाधीश मंदिर में भक्तों की संख्या अधिक रहती है, लेकिन श्रावण मास में होने वाले कार्यक्रमों के दर्शन के लिए श्रद्धालु भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। दूर-दूर से श्रद्धालु भक्त ठाकुर जी के दर्शन करने के लिए आते हैं और अपने आराध्य के दर्शन कर अपने आप को धन करते हैं। मंदिर के मीडिया प्रभारी ने बताया कि द्वारकाधीश मंदिर में देरशाम विशेष आयोजन होते हैं। ठाकुर जी को बाहर जगमोहन में विराजमान किया जाता है और अलग-अलग प्रकार के स्वर्ण रजत हिंडोले में विराजमान करते हैं, जिनके दर्शन कर श्रद्धालु भी प्रफुल्लित हो जाते हैं। —————
(Udaipur Kiran) / महेश कुमार
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