Ayurvedic liver health : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खुद को स्वस्थ रखना किसी जंग से कम नहीं है। जंक फूड और गलत खान-पान की वजह से शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा हो रही हैं, जिनमें लिवर की बीमारियां भी शामिल हैं। टॉक्सिन्स के जमा होने से लिवर कमजोर हो जाता है, लेकिन आयुर्वेद में कुछ ऐसी चीजें बताई गई हैं, जो आपके लिवर को दुरुस्त रखने के साथ-साथ शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालती हैं। आइए जानते हैं उन आयुर्वेदिक फूड्स और आदतों के बारे में, जो आपके लिवर को रखेंगे तंदुरुस्त!
हल्दी: लिवर का सबसे अच्छा दोस्तआयुर्वेद में हल्दी को औषधि का खजाना माना जाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। हल्दी पित्त (बाइल) के उत्पादन को बढ़ाती है, जो टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकालने में कारगर है। आप रोज सुबह एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पी सकते हैं। यह छोटी सी आदत आपके लिवर को मजबूत बनाएगी।
आंवला: पाचन और लिवर की सेहत का रखवालाआंवला विटामिन सी का पावरहाउस है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण लिवर की गंदगी को साफ करने के साथ-साथ टिशु रीजेनरेशन में भी मदद करते हैं। रोजाना आंवले का रस पीने से पाचन एंजाइम्स का उत्पादन बढ़ता है, जिससे पाचन तंत्र बेहतर होता है और लिवर स्वस्थ रहता है। चाहे आंवला कच्चा खाएं या जूस के रूप में, यह आपके लिवर के लिए वरदान है।
त्रिफला चूर्ण: पाचन और डिटॉक्स का जादूअगर आपको कब्ज या अपच की शिकायत रहती है, तो त्रिफला चूर्ण आपके लिए रामबाण है। हरीतकी, बिभीतकी और आमलकी से बना यह आयुर्वेदिक मिश्रण पाचन को दुरुस्त करता है और शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। रात को त्रिफला पाउडर को पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट पीने से कुछ ही दिनों में आपको फर्क दिखने लगेगा। यह लिवर के साथ-साथ पूरे शरीर को डिटॉक्स करता है।
गिलोय: इम्यूनिटी और लिवर का रक्षकगिलोय को आयुर्वेद में अमृत तुल्य माना जाता है। यह न सिर्फ लिवर की सूजन को कम करता है, बल्कि इम्यूनिटी को भी बूस्ट करता है। गिलोय का काढ़ा, जूस या पाउडर के रूप में सेवन करने से लिवर मजबूत होता है। खास तौर पर डायबिटीज के मरीजों के लिए गिलोय बहुत फायदेमंद है। इसे अपनी डाइट में शामिल कर लिवर को स्वस्थ रखें।
अदरक और नींबू की चाय: सूजन का कालअदरक और नींबू की चाय न सिर्फ स्वाद में लाजवाब है, बल्कि सेहत के लिए भी कमाल की है। अदरक खून को पतला करता है और सूजन को कम करता है, जबकि नींबू में मौजूद विटामिन सी इम्यूनिटी बढ़ाता है और खून को शुद्ध करता है। इस चाय को पीने से एनर्जी मिलती है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जो लिवर की सेहत के लिए जरूरी है।
त्रिफला पानी: पाचन तंत्र का सहारात्रिफला का पानी पाचन तंत्र को मजबूत करने और शरीर को डिटॉक्स करने में बहुत कारगर है। यह सूजन को कम करता है और हृदय की सेहत को भी बेहतर बनाता है। रातभर त्रिफला पाउडर को पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट पीने से लिवर और पाचन दोनों दुरुस्त रहते हैं।
इलायची की चाय: दिल और लिवर की दोस्तइलायची की चाय न सिर्फ ताजगी देती है, बल्कि सेहत के लिए भी कमाल की है। यह रक्तचाप को नियंत्रित करती है और रक्त धमनियों को रिलैक्स करती है। इलायची में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण हार्ट और लिवर की सेहत को दुरुस्त रखते हैं। पानी में इलायची उबालकर पीने से आप इन फायदों का लाभ उठा सकते हैं।
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