बवासीर, जिसे पाइल्स के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जो लाखों लोगों को प्रभावित करती है। यह न केवल शारीरिक तकलीफ देती है, बल्कि मानसिक तनाव का कारण भी बन सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बवासीर होने के पीछे कुछ सामान्य कारण हो सकते हैं, जिन्हें समझकर आप इस समस्या से बच सकते हैं? इस लेख में हम बवासीर के तीन प्रमुख कारणों पर चर्चा करेंगे और यह भी बताएंगे कि आप अपनी जीवनशैली में बदलाव करके इसे कैसे रोक सकते हैं। आइए, इस विषय को विस्तार से समझते हैं।
असंतुलित आहार और कम फाइबर का सेवन
बवासीर का सबसे बड़ा कारण है हमारा खान-पान। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अक्सर फास्ट फूड और प्रोसेस्ड खाने पर निर्भर हो जाते हैं, जिनमें फाइबर की मात्रा बहुत कम होती है। फाइबर की कमी से मल त्याग में कठिनाई होती है, जिसके कारण कब्ज की समस्या बढ़ती है। कब्ज के दौरान बार-बार जोर लगाने से गुदा क्षेत्र में रक्तवाहिकाओं पर दबाव पड़ता है, जो बवासीर का रूप ले लेता है। अगर आप हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और फाइबर युक्त भोजन को अपनी डाइट में शामिल करें, तो इस समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है।
लंबे समय तक बैठे रहना
आधुनिक जीवनशैली में ज्यादातर लोग घंटों तक एक ही जगह बैठकर काम करते हैं, चाहे वह ऑफिस की कुर्सी हो या घर का सोफा। लंबे समय तक बैठे रहने से गुदा क्षेत्र में रक्त प्रवाह बाधित होता है, जिससे रक्तवाहिकाएं सूजने लगती हैं। यह बवासीर का एक प्रमुख कारण है। खासकर, ड्राइवर, आईटी प्रोफेशनल्स और डेस्क जॉब करने वाले लोग इस समस्या से ज्यादा प्रभावित होते हैं। इस खतरे को कम करने के लिए हर घंटे 5-10 मिनट का ब्रेक लें, थोड़ा टहलें और नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
शारीरिक गतिविधि की कमी
व्यायाम और शारीरिक गतिविधि की कमी भी बवासीर को बढ़ावा देती है। जब हम सक्रिय नहीं रहते, तो हमारा पाचन तंत्र सुस्त पड़ जाता है, जिससे कब्ज की समस्या बढ़ती है। इसके अलावा, शारीरिक गतिविधि की कमी से रक्त संचार प्रभावित होता है, जो गुदा क्षेत्र में सूजन और दर्द का कारण बनता है। रोजाना 20-30 मिनट की सैर, योग या हल्का व्यायाम न केवल बवासीर से बचाव करता है, बल्कि समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। अगर आप लंबे समय से निष्क्रिय जीवनशैली जी रहे हैं, तो अब समय है छोटे-छोटे बदलाव अपनाने का।
बवासीर से बचाव के लिए क्या करें?
बवासीर से बचने के लिए अपनी जीवनशैली में कुछ आसान बदलाव लाना जरूरी है। सबसे पहले, अपने आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाएं। खूब पानी पिएं, क्योंकि यह मल को नरम रखता है और कब्ज को रोकता है। नियमित व्यायाम और सैर को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। लंबे समय तक एक ही जगह बैठने से बचें और समय-समय पर हल्की स्ट्रेचिंग करें। अगर आपको बवासीर के लक्षण जैसे दर्द, खुजली या रक्तस्राव दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। शुरुआती दौर में इस समस्या का इलाज आसान होता है।
सावधानियां और सलाह
बवासीर को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। अगर आप लंबे समय तक कब्ज, दर्द या गुदा क्षेत्र में असहजता महसूस करते हैं, तो इसे हल्के में न लें। स्व-उपचार से बचें और विशेषज्ञ की सलाह लें। साथ ही, मसालेदार भोजन, शराब और कैफीन का अधिक सेवन करने से बचें, क्योंकि ये बवासीर के लक्षणों को और बिगाड़ सकते हैं। स्वच्छता का ध्यान रखें और गुदा क्षेत्र को साफ और सूखा रखें।
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